पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होते ही ममता दीदी अपने किए हुए वादों को पूरा करने में जुट गई हैं। सीएम ममता बनर्जी ने बुधवार को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को लांच किया है। इस स्कीम की शुरुआत करते हुए ममता दीदी ने कहा कि इससे राज्य के युवा आत्मनिर्भर होंगे साथ ही इस स्कीम के तहत छात्रों को ₹1000000 तक का लोन सालाना दर पर दिया जाएगा साथ ही इसका ब्याज साधारण रखा जाएगा। इससे पहले मंगलवार को प्रदेश कैबिनेट ने इस स्कीम को मंजूरी दी थी। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड स्कीम का टीएमसी की ओर से अप्रैल में हुए विधानसभा चुनाव में जोर-शोर से प्रचार किया गया था। चुनाव के कुछ ही महीनों बाद दीदी ने इस स्कीम को लागू कर रही है।
इस योजना के तहत पश्चिम बंगाल में 10 साल से रह रहे कोई भी परिवार इसका लाभ उठा सकता है। भारत और विदेश में अंडर ग्रैजुएट ,पोस्ट ग्रैजुएट, डॉक्टोरल और पोस्ट डॉक्टोरल डिग्री के लिए इसका लाभ मिल सकता है। इस स्कीम के तहत छात्र को लोन की वापसी के लिए 15 साल तक का अधिकतम समय दिया जाएगा। यह समय सीमा भी नौकरी मिलने के बाद से शुरू होगी। इस तरह से छात्रों के लिए लोन की स्कीम एक बहुत बड़ी राहत दे सकती है। इससे निजी संस्थानों अथवा विदेश में शिक्षा लेने वाले छात्रों को एक बहुत बड़ी मदद मिलेगी।
इस योजना के तहत स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की मदद से छात्रों को दस लाख तक का लोन उच्च शिक्षा के लिए मिलेगा। 40 साल तक की आयु का कोई भी शख्स इस स्कीम का फायदा उठा सकता है। नौकरी मिलने के बाद छात्र को लोन चुकाने के लिए 15 साल तक का समय दिया जाएगा। कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले और राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को भी यह लोन मिल सकेगा। इनमें आईआईटी ,आईआईएम, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी आईएएस, आईपीएस आदि को शामिल किया गया है । इस योजना के तहत संस्थान और गैर संस्थान के तमाम खर्चों को शामिल किया गया है ताकि पिछड़े वर्ग के किसी भी बच्चे की पढ़ाई पैसे की वजह से उनकी आर्थिक तंगी की वजह से बाधित ना हो।