लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) एक तरफ प्रदेश में बड़े पैमाने पर उद्योग-धंधे स्थापित करने के प्रयास में जुटी है, वहीं दूसरी तरफ युवाओं के हुनर को निखार कर स्किल्ड मैनपॉवर के रूप में भी तैयार किया जा रहा है। बीते करीब 6 साल में उत्तर प्रदेश में कौशल विकास मिशन (Kaushal Vikas Mission) के अंतर्गत अब तक 16.50 लाख युवाओं को विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षित किया जा चुका है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि रोजगार मेलों के माध्यम से अब तक 2.61 करोड़ लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने वाली योगी सरकार (Yogi Government) ने पिछले छह साल में 4.62 लाख से ज्यादा युवाओं को बाकायदा हुनरमंद बनाते हुए रोजगार उपलब्ध कराया है। यही नहीं इंडस्ट्री के हिसाब से ट्रेन्ड मैनपॉवर तैयार करने के लिए युवाओं को विभिन्न कंपनियों में प्रशिक्षण दिलाने का कार्य भी किया जा रहा है।
प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना के तहत प्रदेश में अब तक 38 हजार से अधिक युवाओं को उद्योगों और प्रतिष्ठानों से जोड़कर प्रशिक्षित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) की स्पष्ट मंशा है कि युवाओं को न सिर्फ भारत की इंडस्ट्रीज के हिसाब से तैयार किया जाए, बल्कि गल्फ, यूरोप और अमेरिका आदि कंपनियों के ट्रेड के मुताबिक भी उन्हें ट्रेन्ड किया जाए। साथ ही साथ युवा मैनपॉवर विदेशी भाषाओं को भी सीख सकें, इसके लिए कौशल विकास विभाग की ओर से कार्य किये जा रहे हैं।
आईटीआई को किया जा रहा अपग्रेड
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि योगी सरकार के दौरान प्रदेश में 38 नवीन राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं (आईटीआई) की स्थापना से हर हाथ को हुनर प्रदान करने का मुख्यमंत्री का संकल्प तेजी से पूरा होता दिख रहा है। यही नहीं प्रदेश के 150 आईटीआई को अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस करने और प्रोफेशनल ट्रेनिंग प्रदान करने के लिए टाटा के सहयोग से अपग्रेड करने का कार्य भी चल रहा है।
दूसरी तरफ प्रदेश के कारागार बंदियों, महिला संवासिनियों और किशोर सुधार गृह के किशोरों को भी सरकार जुर्म-जरायम की दुनिया से निकालकर हुनरमंद बना रही है। कुशल कामगारों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके इसके लिए सेवामित्र पोर्टल के जरिये ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का कार्य भी जारी है, जिसमे अबतक 32 हजार से ज्यादा स्किल्ड वर्कर्स को रजिस्टर्ड किया जा चुका है।
स्वरोजगार से जुड़ रहे यूपी के युवा
उन्होंने कहा कि युवाओं को हुनरमंद बनाने के साथ ही उन्हें स्वावलंबी बनाने की दिशा में भी उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। यही वजह है कि स्किल प्राप्त करने और इंडस्ट्री ट्रेनिंग मिलने के बाद ज्यादातर हुनरमंद अपना खुद का रोजगार स्थापित करने लगे हैं। सरकार की ओर से ऋण प्रवाह अभियान के तहत वितरित की गई 37 हजार करोड़ की धनराशि का भी स्वरोजगार को बढ़ावा देने में अहम योगदान है।
साथ ही प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के अंतर्गत अब तक प्रदेश के 6,66,225 स्किल्ड वर्कर्स को रजिस्टर्ड किया जा चुका है। इसके अलावा रोजगार संगम योजना के अंतर्गत अबतक 22 हजार से भी ज्यादा युवाओं को प्रशिक्षित करने का पूरा हो चुका है।