बंगलुरु। डिफेंस रिसर्च एंड डवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) में एक कार्यक्रम को पीएम मोदी ने संबोधित किया। इस दौरान मोदी ने कहा कि यह दशक दुनिया में भारत का स्थान तय करने वाला दशक है। यंग इंडिया भारत का भविष्य बदल रहा है। उन्होंने कहा कि डीआरडीओ पर 130 करोड़ भारतीयों का जीवन आसान और सुरक्षित बनाने की अहम जिम्मेदारी है। डीआरडीओ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणास्रोत बने।
एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पांच लैब्स स्थापित किए जाने के सुझाव पर गंभीरता से काम हुआ
गुरुवार को पीएम मोदी डीआरडीओ में पांच यंग साइंटिस्ट लैब का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पांच लैब्स स्थापित किए जाने के सुझाव पर गंभीरता से काम हुआ। आज बेंगलुरु, कोलकाता, चेन्नै, हैदराबाद और मुंबई में पांच ऐसे संस्थान शुरू हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह तो शुरुआत है। आपके सामने अगला सिर्फ एक साल नहीं बल्कि अगले एक दशक का है। इस एक दशक में डीआरडीओ का मीडियम और लॉन्ग टर्म रोडमैप क्या हो, इस पर भी गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि डीआरडीओ में सबसे अच्छे दिमाग एक साथ कर रहे हैं काम
प्रधानमंत्री ने कहा कि डीआरडीओ में सबसे अच्छे दिमाग एक साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनोवेटर्स के साथ कंधे-से-कंधा मिलाकर चलने के लिए सरकार तैयार है। देश के नागरिकों और सीमाओं की रक्षा के लिए भविष्य की तकनीकों के लिए निवेश आवश्यक है। आप इन जरूरतों को पूरा करने और न्यू इंडिया को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए डीआरडीओ को नये विचारों के साथ सामने आना होगा। मोदी ने कहा कि आपको हमेशा ये ध्यान रखना होगा कि आपका प्रयास और निरंतर अभ्यास ही हमें सफलता के रास्ते पर ले जाएगा।