यूपी में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत जारी है, एक इंटरव्यू में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुलायम सिंह यादव को अब्बाजान कह दिया। योगी के इस बयान के बाद अखिलेश यादव का पलटवार आया है, उन्होंने कहा- हमारा झगड़ा मुद्दों को लेकर हो सकता है पर भाषा पर संतुलन रखना चाहिए। अखिलेश ने कहा- अगर भाषा संतुलित नहीं कर सकते तो उसी तरह की भाषा सुनने को तैयार रहें, हमें जवाब देना आता है।
कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा- उन्हें अब्बा शब्द से क्यों आपत्ति है, मुलायम सिंह भी तो अखिलेश को टीपू कहकर बुलाते हैं। अब्बा शब्द का उल्लेख करते हुए सिद्धार्थ नाथ सिंह इसे उर्दू का मीठा और अच्छा शब्द बताया, आखिर उन्हें उर्दू शब्द से क्या दिक्कत हो गई। योगी पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा, ‘हमारा आपका झगड़ा मुद्दों को लेकर हो सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी भाषा पर संतुलन रखना चाहिए, वरना वह भी अपने पिताजी के लिए उसी तरह की भाषा सुनने के लिए तैयार रहें, जैसा वह मेरे पिताजी के लिए बोले हैं।’
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि प्रदेश में सबसे ज्यादा दलित, पिछड़े और मुसलमान जेल में हैं। पूर्व सीएम ने कहा, ‘2014, 2017 के चुनाव में बीजेपी ने अफवाहें फैलाकर और झूठ बोलकर लोगों को गुमराह किया है। बीजेपी ने सोशल मीडिया पर जमकर दुरुपयोग किया था। आज जब सोशल मीडिया की पहुंच गांव तक हो गई है, लोग सच बोल रहे हैं, तो बीजेपी घबराई हुई है।’