लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रत्येक घर तक जल की आपूर्ति और सीवरेज की सुविधा प्रदान करने के लिए शुरू किए गए अमृत मिशन 1.0 (Amrit 1.0) के अंतर्गत योगी सरकार तेजी से कार्यों को पूर्ण कर रही है। 13 मार्च 2023 तक योगी सरकार ने कुल 262 प्रोजेक्ट्स को कंप्लीट कर लिया है। इन प्रोजेक्ट्स की कुल कॉस्ट 5816.55 करोड़ थी, जिसके सापेक्ष सरकार ने 5257.09 करोड़ रुपए का भुगतान भी कर दिया है। इसके अंतर्गत वाटर और सीवरेज के 229 प्रोजेक्ट्स, जबकि एफएसटीपी के 33 प्रोजेक्ट्स पूर्ण किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि मिशन के तहत कुल 331 प्रोजेक्ट्स चला जा रहे थे, जिसमें 279 प्रोजेक्ट्स वाटर सप्लाई एवं सीवरेज से जुड़े हैं, वहीं 52 एफएसटीपी से संबंधित हैं। इन सभी प्रोजेक्ट्स की कुल टेंडर कॉस्ट जीएसटी समेत 10941 करोड़ है, जिसमें 8331.64 करोड़ की राशि जारी भी की जा चुकी है।
69 स्कीम्स पर जारी है कार्य
प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी कुल 69 स्कीम्स पर कार्य चल रहा है। इनमें 50 स्कीम्स वाटर सप्लाई एवं सीवरेज से संबंधित हैं जबकि 19 एफएसटीपी से संबंधित हैं। इनकी जीएसटी समेत टोटल टेंडर कॉस्ट 5124.78 करोड़ रुपए है, जबकि 3074.55 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। वाटर सप्लाई और सीवरेज से जुड़े कंप्लीट प्रोजेक्ट की बात करें तो सीवरेज से संबंधित 3263.87 करोड़ की 79 स्कीम्स पूर्ण की गई हैं तो वहीं वाटर सप्लाई से संबंधित 2429.81 करोड़ की 150 स्कीम्स पर कार्य पूरा हो गया है।
गाजियाबाद में सबसे ज्यादा स्कीम्स पूरी
अगर वाटर सप्लाई और सीवरेज से संबंधित पूर्ण हुई स्कीम्स को जोनवाइज देखें तो गाजियाबाद जोन में सबसे ज्यादा 61 स्कीम्स का काम पूरा हो चुका है। वहीं, लखनऊ जोन में 46, प्रयागराज और आगरा में 36-36 जबकि गोरखपुर में 28 और कानपुर में 22 स्कीम्स का कार्य पूरा हो चुका है। इस तरह कुल 229 स्कीम्स का काम 100 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है तो 11 स्कीम्स ऐसी हैं जिनमें 90 प्रतिशत, 17 में 75-90 प्रतिशत, 13 में 50-75 प्रतिशत, 8 में 25 से 50 प्रतिशत काम हो चुका है। महज एक स्कीम ही है जिसमें 0 से 25 प्रतिशत के बीच काम हुआ है।
हाउसहोल्ड कनेक्शंस में भी तेजी
हाउसहोल्ड कनेक्शंस की बात करें तो वाटर सप्लाई के अंतर्गत कुल 9.2 लाख का टारगेट था। इसके सापेक्ष 8.7 लाख हाउसहोल्ड कनेक्शन कंप्लीट हो गए हैं, जबकि महज 50 हजार कनेक्शन ही अभी पेंडिंग है। इसी तरह सीवरेज हाउसहोल्ड कनेक्शन की बात करें तो 10.6 लाख के टारगेट के सापेक्ष 7.5 लाख कनेक्शन किए जा चुके हैं और 3.1 लाख अभी फिलहाल पेंडिंग हैं जिन पर तेजी से काम किया जा रहा है।