लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर करने के लिए योगी सरकार लगातार प्रयासरत है। नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी क्रम में अब योगी सरकार ने प्रत्येक माह निपुण सम्मान समारोह (Nipun Samman Samaroh) आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस समारोह में बच्चों के अभिभावकों व समुदाय के गणमान्य लोगों की उपस्थिति में चयनित निपुण विद्यार्थियों का सम्मान किया जाएगा। इन निपुण विद्यार्थियों (Nipun Students) को बाकी छात्रों के लिए मिसाल के तौर पर पेश किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने निपुण भारत मिशन (Nipun Bharat Mission) के प्रभावी क्रियान्वयन के अंतर्गत प्रदेश में विभिन्न गतिविधियों में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। इन गतिविधियों के लिए कुछ मानक भी तय किए गए थे, ताकि 2025-26 तक निपुण लक्ष्य प्राप्त किया जा सके। निपुण भारत मिशन के अंतर्गत कक्षा 1-3 में अध्ययनरत विद्यार्थियों के सीखने के स्तर को बेहतर बनाने एवं कक्षा के अनुरूप स्तर पर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
बच्चों की निपुण दक्षता का होगा आकलन
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद की ओर से सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान को प्राचार्यों व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में आदेशित किया गया है। आदेश के अनुसार निपुण विद्यार्थी सम्मान के लिए कक्षा 1-3 के वो बच्चे पात्र होंगे जो अपनी कक्षा के हिंदी व गणित विषयों के निपुण लक्ष्यों को हासिल कर लेंगे। ऐसे बच्चों को विद्यालय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। इससे विद्यालय व जनसमुदाय में सकारात्मक वातावरण का सृजन होगा। साथ ही अन्य बच्चे भी प्रेरित व प्रोत्साहित होंगे। इसी क्रम में निपुण लक्ष्य एप के माध्यम से बच्चों की निपुण दक्षता का आकलन कराए जाने का निर्णय लिया गया है।
यह आकलन प्राचार्य डायट के नेतृत्व में डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा। समारोह में बच्चों के अभिभावक व अन्य गणमान्य लोगों को भी आमंत्रित किया जाएगा तथा निपुण विद्यार्थी को सम्मानित करते हुए उन्हें एक बैज प्रदान किया जाएगा। इससे समुदाय के साथ विद्यालय का जुड़ाव भी बेहतर ढंग से हो सकेगा। सभी बच्चों व उनके अभिभावकों का उत्साहवर्धन करते हुए बच्चों को निपुण विद्यार्थी तथा विद्यालय को निपुण विद्यालय बनाने में उनके योगदान के महत्व को प्रकाशित व प्रेरित किया जाएगा।
ऐसे होगी निपुण विद्यार्थियों (Nipun Students) की पहचान
डायट प्राचार्य के निर्देशन में वर्तमान सत्र (जनवरी से मार्च 2023) के लिए एक रोस्टर तैयार किया जाएगा जिसमें सभी डीएलएड प्रशिक्षुओं को विद्यालय आवंटित किए जाएंगे। आकलन वाले दिन ये प्रशिक्षु आवंटित विद्यालयों का भ्रमण करेंगे। रोस्टर इस प्रकार से बनाने के निर्देश दिए गए हैं कि माह जनवरी से मार्च तक जनपद के समस्त विद्यालयों में एक बार बच्चों का निपुण लक्ष्य एप पर आकलन पूर्ण हो जाए।
2 डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा संयुक्त रूप से प्रतिमाह 5 कार्यदिवसों में 10 विद्यालयों (2 विद्यालय प्रति कार्यदिवस) का भ्रमण किया जाएगा। प्रशिक्षुओं द्वारा कक्षा 1-3 के बच्चों का रैंडम आधार पर निपुण लक्ष्य एप के माध्यम से आकलन किया जाएगा। प्रत्येक प्रशिक्षु द्वारा एक विद्यालय में 30 बच्चों (प्रत्येक कक्षा में 10 बच्चे) का निपुण लक्ष्य एप पर मूल्यांकन किया जाएगा।
डीएलएड प्रशिक्षुओं को दी जाएगी ट्रेनिंग
आकलन की प्रक्रिया को गुणवत्तापूर्ण ढंग से क्रियान्वित करने तथा निपुण लक्ष्य एप का प्रयोग कर आकलने करने पर समझ व कौशल बनाने के लिए समस्त डायट प्राचार्य एवं डीएलएड प्रशिक्षुओं का ऑनलाइन प्रशिक्षण कराया जाएगा। डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा स्वयं के स्मार्टफोन या टैबलेट के माध्यम से नामांकित बच्चों का आकलन किया जाएगा। इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि शिक्षक या डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा बच्चों को सही उत्तर के संबंध में किसी प्रकार की मदद न की जाए।
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उत्तरों को दर्ज करने के पश्चात निपुण लक्ष्य एप पर स्वतः ही बच्चों के परिणाम आ जाएंगे तथा यह ज्ञात हो जाएगा कि विद्यालय के कितने बच्चे निपुण हैं। इसी आधार पर शिक्षकों द्वारा बच्चों को आवश्यक्ता आधारित समर्थन प्रदान किया जाएगा। आकलन के बाद प्राप्त परिणाम का डेटा विद्यालय के प्रधानाध्यापक तथा शिक्षकों से साझा किया जाएगा तथा मासिक प्रगति की संकलित सूचना प्राचार्य डायट एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी भेजी जाएगी। प्रत्येक डीएलएड प्रशिक्षु को प्रत्येक कार्यदिवस हेतु 500 रुपए की प्रोत्साहन राशि का भी भुगतान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त अन्य कोई भत्ता नहीं प्रदान किया जाएगा।