लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा एसएसपी वैभव कृष्ण को निलंबित कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक वैभव कृष्ण को सरकारी दस्तावेज लीक करने के मामले में निलंबित किया गया है।
सुधीर कुमार की जगह अब कलानिधि नैथानी को गाजियाबाद का नया एसएसपी बनाया गया है। कलानिधी नैथानी अभी तक लखनऊ के एसएसपी थे। इसके अलावा गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर सिंह, रामपुर के एसपी अजय पाल शर्मा, सुल्तानपुर के एसपी हिमांशु कुमार समेत 14 आईपीएस अफसरों के भी तबादले कर दिए गए हैं।
Lucknow SSP Kalanidhi Naithani has been transferred as SSP Ghaziabad. (file pic) pic.twitter.com/z2e5n1ECHZ
— ANI UP (@ANINewsUP) January 9, 2020
एसएसपी नोएडा वैभव कृष्ण एक महिला से चैट की वायरल वीडियो की गुजरात के फोरेंसिक लैब से रिपोर्ट आते ही निलंबित किए गए
एसएसपी नोएडा वैभव कृष्ण एक महिला से चैट की वायरल वीडियो की गुजरात के फोरेंसिक लैब से रिपोर्ट आते ही निलंबित किए गए।फोरेंसिव लैब की रिपोर्ट में वह वीडियो और चैट सही पाई गई जिसे वैभव कृष्णा ने फर्जी बताया था। फोरेंसिक जांच में सामने आय़ा कि वीडियो एडिटेड और मार्फ्ड नहीं था।
वैभव ने वायरल वीडियो के संबंध में खुद एफआईआर कराई थी। मेरठ के एडीजी और आईजी को जांच दी गई थी। जांच के दौरान आईजी ने वीडियो फोरेंसिक लैब को भेजा था । वैभव ने पत्रकार वार्ता कर शासन को भेजी गई गोपनीय रिपोर्ट को लीक कर दिया था।अधिकारी आचरण नियमावली के उल्लंघन किये जाने के कारण सस्पेंड हुए वैभव कृष्णा । वैभव कृष्णा के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं। लखनऊ के एडीजी एसएन साबत करेंगे जांच और जल्द से जल्द रिपोर्ट शासन को देनी होगी।
वैभव कृष्ण ने नोएडा के सेक्टर-20 थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि ऐसा करने के पीछे उन्हें बदनाम करने की साजिश
बता दें कि पिछले दिनों गौतम बुद्धनगर के एसएसपी वैभव कृष्ण के आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने का मामला सामने आया था। इसे लेकर वैभव कृष्ण ने नोएडा के सेक्टर-20 थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि ऐसा करने के पीछे उन्हें बदनाम करने की साजिश रचना है। एसएसपी वैभव कृष्ण ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके द्वारा की गई कार्रवाई से परेशान कुछ सफेदपोश लोग ऐसी साजिश रच रहे हैं। उन्होंने लोगों से वायरल वीडियो को सोशल मीडिया पर फॉरवर्ड न करने की हिदायत भी दी थी। इस संबंध में नोएडा के सेक्टर-20 थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।