लखनऊ। औद्योगिक विकास को रफ्तार देने की कवायद में जुटी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) डिफेंस कॉरीडोर व गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) से जुड़ी परियोजनाओं को तेजी से धरातल पर उतारने का प्रयास कर रही है।
अधिकृत सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि सम्भल में अब गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) से जुड़े निर्माण कार्यों को दिशा देने के लिए भूमि खरीद समेत अन्य प्रक्रियाओं को धरातल पर उतारने की कार्रवाई शुरू हो गई है। इसके लिए प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेसवे के तहत भूमि खरीद के लिए आवंटित धनराशि में से कुछ राशि को अब सम्भल में भूमि खरीद के लिए प्रदान किया जाएगा। इस मद में कुल 10 करोड़ रुपए से संभल में भूमि खरीद की प्रक्रिया को मूर्त रूप दिये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ी अन्य परियोजनाओं के निर्माण प्रक्रिया की सरकार लगातार मॉनिटरिंग कर रही है।
प्रयागराज से बची धनराशि का अब सम्भल में होगा उपयोग
प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) के तहत परियोजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए और मुख्यतः भूमि खरीद के लिए 24.62 करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे। इसमें से भूमि खरीद के लिए एक बड़ी धनराशि भूमि क्रय सफलतापूर्वक हो जाने के बाद भी उपयोग में नहीं लाई गई थी। अब इसी धनराशि में से यमुना एक्सप्रेसवे डेवलपमेंट अथॉरिटी (यीडा) के आह्वान पर सम्भल में भूमि क्रय की प्रक्रिया को मूर्त रूप देने के लिए प्रयोग में लाया जाएगा। योगी सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) को इस प्रक्रिया को पूर्ण कराने का दायित्व सौंपा गया है।
गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) से संबंधी परियोजनाओं की निर्माण प्रगति की हो रही मॉनिटरिंग
गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) से जुड़ी परियोजनाओं और विशेषतौर पर एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य को लेकर जारी प्रगति को योगी सरकार लगातार मॉनिटर कर रही है। इस क्रम में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) संबंधी निर्माण कार्यों की एक प्रगति रिपोर्ट भी जारी की गई है। इसके अनुसार मुख्य कैरियज वे के लिए भूमि संबंधी कार्य 41 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुके हैं, जबकि कैरियज वे की क्लीयरिंग व ग्रबिंग की प्रक्रिया को अब तक 100 प्रतिशत पूर्ण किया जा चुका है।
सूत्रों के अनुसार कैरियज वे की ग्रेनुलर सब बेस प्रक्रिया को अब तक 17 प्रतिशत पूरा किया गया है। वहीं, मेन कैरियज वे के लिए डब्ल्यूएमएम की प्रक्रिया 15 प्रतिशत जबकि मेन कैरियज वे में डीबीएम की प्रक्रिया को 12 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। इस तरह कुल 1348 में से 513 स्ट्रक्चर्स को पूरा कर लिया गया जो कि दर्शाता है कि फिलहाल गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना संबंधी कार्य 21 प्रतिशत की प्रगति दर से आगे बढ़ रहे हैं।
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उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 तक गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) को पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित है और मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाला यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे कई मायनों में खास होगा। यही कारण है कि योगी सरकार लगातार परियोजना की प्रगति को लेकर रिव्यू करती रहती है और उसे आगे बढ़ाने के लिए उचित कार्ययोजना का क्रियान्वयन करती है।