चक्रवात यास (Cyclone Yass) मंगलवार की शाम को भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया। यह जानकारी भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक एम. महापात्र ने दी। आईएमडी ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लिए रेड कोडेड चेतावनी अलर्ट जारी किया है।
महापात्र ने कहा कि उत्तर पश्चिम और बंगाल की खाड़ी में गंभीर चक्रवाती तूफान यास (Cyclone Yass) भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। यह उत्तर- उत्तर पश्चिम की तरफ मुड़ सकता है तथा इसकी तीव्रता और अधिक हो सकती है। यह बुधवार की सुबह तक उत्तर ओडिशा में धमरा बंदरगाह के पास दस्तक दे सकता है। आईएमडी के चक्रवात चेतावनी विभाग ने कहा, यह बुधवार की दोपहर उत्तर ओडिशा – पश्चिम बंगाल में पारादीप और सागर द्वीप के तटों के बीच धमरा के नजदीक से भीषण चक्रवाती तूफान (Cyclone Yass) के रूप में गुजर सकता है। इसने बताया कि पारादीप में डोप्लर मौसम रडार से इसकी निगरानी की जा रही है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने चक्रवात यास (Cyclone Yass) के लिए अपनी तैयारियों के तहत ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अब तक की सबसे अधिक टीमों को तैनात किया है।
संघीय आपदा बल ने पांच राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेश अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में तैनाती के लिए कुल 112 टीमों को तैयार किया है। बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवात (Cyclone Yass) से इन इलाकों के प्रभावित होने की आशंका है।
ओडिशा में सबसे अधिक 52 और पश्चिम बंगाल में 45 टीमों को तैनात किया गया है। इनके अलावा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, झारखंड और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में बाकी टीमों को तैनात किया गया है। एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने ट्वीट किया कि दो राज्यों ओडिशा और पश्चिम बंगाल में पहली बार सबसे अधिक टीमों को तैनात किया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इससे पहले किसी भी चक्रवात के लिए इतनी अधिक टीमों को इन दो राज्यों में तैनात नहीं किया गया था। जरूरत पड़ने पर यहां टीमों की तैनाती बढ़ाई भी जा सकती है। इन टीमों में 47 कर्मी हैं। वे पेड़ या खंभे कांटने की मशीनों, संचार उपकरणों, हवा भर कर चलाई जाने वाली नौकाओं और बुनियादी चिकित्सा सहायता से लैस हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को बताया कि चक्रवाती तूफान यास (Cyclone Yass) के बुधवार सुबह ओडिशा के भद्रक जिले के धमरा बंदरगाह के पास दस्तक देने का अनुमान है।