लखनऊ डेस्क। भगवान गणेश का जन्मोत्सव गणेश चतुर्थी के रूप में पूरे देश भर में हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से मनाया जाता है। किसी भी पूजा को प्रारम्भ करने के पूर्व श्री गणेश उपासना की जाती है। 10 दिन तक चलने गणेश चतुर्थी के मौके पर भक्त बप्पा की मूर्ति को स्थापित कर पूजा करते हैं।
ये भी पढ़ें :-गणेश चतुर्थी के लिए इन तरीको से तैयार किए गए मोदक, लगाएं भोग
आपको बता दें भगवान गणेश को बुद्धि, विवेक और समृद्धि का देवता माना जाता हैI हिन्दू धर्म में कोई भी शुभ काम करने से पहले भगवान गणेश का पूजन किया जाता है, ऐसी मान्यता है कि भगवान गणेश का पूजन करने से जीवन की सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान गणेश का जन्म हुआ था।
ये भी पढ़ें :-गणेश चतुर्थी के मौके पर इस तरीके बनाएं बेसन का लड्डू, गणपति जी को लगाएं भोग
जानकारी के मुताबिक भगवान गणेश की पूजा में तुलसी का प्रयोग ना करें।पूजन में गणपति जी की ऐसी प्रतिमा प्रयोग करें, जिसमें सूंड बाएं हाथ की ओर घूमी हो। दाएं हाथ की ओर घूमी हुई सूंड वाले गणपति जी की प्रतिमा का प्रयोग ना करें, ऐसा माना जाता है कि इनकी साधना कठिन होती है और गणपति देर से प्रसन्न होते हैंIगणेश जी को मोदक और मूषक प्रिय हैंI इसलिए ऐसी मूर्ति की पूजा करें जिसमें मोदक और मूषक दोनों हों।