लखनऊ डेस्क। सावन का महीना में भगवान शंकर की पूजा की जाती है। इसके साथ सावन की पंचमी तिथि को उनके गले में लिपटे नाग देवता की भी पूजा का विधान है। सोमवार यानी आज के दिन नागपंचमी का पड़ना अद्भुत संयोग है। इस दिन अगर आप भी पूजा पाठ करना चाहते हैं तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें।
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1-पंचमी के दिन नागों की पूजा करने के लिए सबसे पहले भगवान शंकर का अभिषेक करना चाहिए। उसके बाद नाग देवता को दूध और खील चढ़ाना चाहिए।
2-भारत के उत्तर मध्य क्षेत्र में इस दिन भाई के हाथ से गुड़िया पिटवाने की परंपरा है। बहने अपने हाथ से कपड़े की गुड़िया बनाती है और किसी तालाब के किनारे जाकर डंडे से भाई इसे पिटता है। इसके साथ ही मेले का आयोजन भी किया जाता है।
3-नागपंचमी के दिन नागों की पूजा का विधान है। इसके साथ ही यह त्योहार भाई बहन के प्रेम को भी दिखाता है। कहा जाता है कि इस दिन बहनों को अपने हाथ में मेंहदी लगानी चाहिए। अगर आप की कुंडली में कालसर्प दोष है तो इस दिन नागों के लिए विशेष पूजा का आयोजन करना चाहिए।