मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata) ने आज पुरुलिया में रैली की। नंदीग्राम में लगी चोट का जिक्र करते हुए ममता (Mamata) ने कहा कि लोगों को लगा था कि वे बाहर नहीं निकलेंगी, लेकिन लोगों की पीड़ा के कारण उन्हें निकलना पड़ा। बता दें कि नंदीग्राम में लगी चोट के बाद कोलकाता से बाहर पुरुलिया के बाघमुंडी में ममता की पहली रैली आयोजित की गई।
अपने कार्यकाल का जिक्र करते हुए ममता (Mamata) ने कहा कि उन्होंने आदिवासियों के हक में कानून बनाए।
इससे पहले रविवार को नंदीग्राम में चोटिल होने के बाद की राजधानी कोलकाता में हुंकार भरी थी। बता दें कि सड़क पर उतर कर संघर्ष करने की अपनी छवि के अनुरूप व्हीलचेयर पर बैठकर तृणमूल कांग्रेस के एक रोड शो का नेतृत्व किया था। उन्होंने प्रतिद्वंद्वी दलों को आगाह करते हुए ऐलान किया कि एक घायल बाघ कहीं अधिक खतरनाक होता है।
ममता (Mamata) के साथ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता भी थे। ममता (Mamata) हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रही थीं, जबकि सुरक्षाकर्मी उनकी व्हीलचेयर को पकड़ कर आगे बढ़ा रहे थे। ममता (Mamata) ‘नंदीग्राम’ दिवस के मौके पर मेयो रोड से हाजरा मोड़ तक पांच किलोमीटर लंबे रोड शो में शामिल हुईं।