जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajan Lal) ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार 30 मार्च को राजस्थान दिवस के अवसर पर राज्य में आयोजित होने वाले मेगा कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से राज्य के किसानों और वंचित वर्गों को लाभान्वित करेगी । सीएम ने आगे कहा कि ‘अपनो अग्रणी राजस्थान’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए , राज्य सरकार सुशासन के माध्यम से महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू कर रही है। शर्मा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से राज्य के किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
राजस्थान दिवस पर आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों के तहत– राज्य के किसानों को और अधिक सशक्त बनाने के लिए 28 मार्च से 30 मार्च तक किसान-उत्पादक संगठनों का तीन दिवसीय मेला और प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। यह आयोजन किसान उत्पाद संगठन (एफपीओ) के लिए बाजार संपर्क, ब्रांड निर्माण, बिक्री संवर्धन और क्षमता विकास को मजबूत करेगा और एफपीओ को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने के लिए एक बाजार भी प्रदान करेगा। साथ ही, किसान कल्याण से संबंधित विभिन्न योजनाओं के तहत अनुदान हस्तांतरित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री (CM Bhajan Lal) ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के गांवों के अंतिम छोर पर बैठे जरूरतमंद लोगों के उत्थान के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में दिव्यांगों को सहायक उपकरण वितरित किए गए।
मुख्यमंत्री (CM Bhajan Lal) ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यक्रम में सहायक उपकरण वितरण, निर्माण श्रमिकों को राशि अंतरण, स्वामित्व योजना के तहत पट्टा वितरण और डेयरी बूथ आवंटन होगा।
इससे पहले 15 मार्च को मुख्यमंत्री ने कहा था कि सशक्त और विकसित देश के निर्माण में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। आधी आबादी की भागीदारी के बिना विकास की यात्रा अधूरी है।
मुख्यमंत्री शनिवार को जवाहर कला केंद्र में शक्ति वंदन भारत स्वाभिमान महोत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने (CM Bhajan Lal) कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में शक्ति के लिए मां दुर्गा, धन के लिए मां लक्ष्मी और बुद्धि के लिए मां सरस्वती की पूजा की परंपरा है।
शर्मा (CM Bhajan Lal) ने कहा कि शक्ति वंदन महोत्सव हमारे महिला सशक्तिकरण प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान का प्रतीक है।
हमारी सरकार प्रदेश में महिलाओं को विकासोन्मुखी वातावरण देने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई अपने जीवन और कार्यों से एक अमिट विरासत छोड़ गई हैं। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महेश्वर में स्थानीय हथकरघा उद्योग का विकास कर महेश्वर साड़ी को दुनिया के सामने पेश किया। वे एक साहसी योद्धा सक्षम प्रशासक और सनातन संस्कृति की समर्पित संरक्षिका थीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार वंदना और गौरवशाली सनातन संस्कृति के उत्थान के लिए भी प्रयासरत है।