लखनऊ। पत्रकारिता और जनसंचार विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय ने यूपी सरकार की पहल ‘मिशन शक्ति’ (Mission Shakti) विषय पर एक वेबिनार आयोजित किया गया , जिसका विषय ‘महिला तस्करी और बाल तस्करी रहा।
विभाग के प्रमुख प्रो. मुकुल श्रीवास्तव ने अतिथि वक्ता के तौर पर असीम अरुण, एडीजी 112-यूपी आंतरिक शिकायत समिति अध्यक्ष और ‘मिशन शक्ति’ (Mission Shakti) की समन्वयक प्रो. शीला मिश्रा व लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र -छात्राओं का स्वागत किया ।
एडीजी असीम अरुण ने महिला सुरक्षा में 112-यूपी की भूमिका पर चर्चा की और बताया कि यह ‘मिशन शक्ति’ में किस प्रकार महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इस पर भी ध्यान केंद्रित किया कि खुफिया इनपुट प्रणाली कैसे वेश्यावृत्ति, महिलाओं और बाल तस्करी जैसे मामलों की रिपोर्टिंग में सहायक है। उन्होंने वास्तविक जीवन के विभिन्नं मामलों पर भी चर्चा की और इस मुद्दे पर भी बात की, कि किसी भी व्यक्ति को जांच की संवेदनशीलता और रिपोर्टिंग के दौरान ‘ लोगों की गोपनीयता’ के मुद्दे को ध्यान में रखना चाहिए।
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असीम अरुण ने छात्रों के जिज्ञासापूर्ण प्रश्नों का धैर्यपूर्वक उत्तर दिया। प्रो. शीला मिश्रा ने कार्यस्थल और सार्वजनिक स्थान पर यौन उत्पीड़न और उसकी उचित शिकायत न करने का एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया। उन्होंने लिंग संवेदीकरण और स्वेच्छा से यौन उत्पीड़न के बारे में जागरुकता के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय और यूपी पुलिस के सहयोग से परामर्श सत्र और कार्यशालाओं की व्यवस्था के बारे में भी बात की। इसके लिए उन्होंने काम करने का प्रस्ताव भी दिया, जिससे पुलिस विभाग में काम करने वाली महिलाएं अपनी पीड़ा को कम कर सकें।
इस वेबिनार का संचालन सुरभि यादव, सहायक प्रोफेसर, पत्रकारिता और जनसंचार विभाग ने किया। अंत में जनसंचार विभाग के प्रमुख प्रो. मुकुल श्रीवास्तव ने मुख्या वक्ता असीम अरुण और लखनऊ विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों के प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया।