नई दिल्ली। इस साल 2020 में मानसून सामान्य रहेगा। यह जानकारी पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव माधवन राजीवन ने दी है। उन्होंने बताया कि 2020 के मानसून सीजन में 100 फीसदी बारिश होने की संभावना है और मॉडल एरर को ध्यान में रखते हुए दीर्घ अवधि मानसून में 5 फीसदी की कमी या 5 फीसदी की बढ़त हो सकती है।
This year we will have a normal monsoon. Quantitatively the monsoon rainfall, during the monsoon season 2020, is expected to be 100% of its long period average with an error of +5 or -5% due to model error: Madhavan Rajeevan, Secretary, Ministry of Earth Sciences (MoES). pic.twitter.com/gjgM0Ta1N8
— ANI (@ANI) April 15, 2020
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव ने कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए मौसम के पूर्वानुमान को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जारी किया
मौसम विभाग के मुताबिक जारी पूर्वानुमान के मुताबिक 2020 के दौरान मानसून सामान्य रहेगा और इसके 100 फीसदी औसत के रहने का अनुमान है। इस बार पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव ने कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए मौसम के पूर्वानुमान को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जारी किया है। भारतीय मौसम विभाग ने आज दीर्घ अवधि मानसून का अनुमान जारी कर दिया है जिसके तहत दक्षिण पश्चिम मानसून के दौरान जून से सितंबर के बीच होने वाली बारिश का पूर्वानुमान बताया गया है।
धान और दलहन के साथ तिलहन की फसलों के लिए भी ये बारिश काफी अहम मानी जाती है
बता दें कि दक्षिण पश्चिम मानसून लगभग चार महीने के लिए आता है और केरल से इसकी शुरुआत होती है। इस समय कोरोना वायरस के कारण वैसे ही देश में संकट की स्थिति चल रही है और ऐसे में इस पूर्वानुमान के आने से किसानों को कुछ राहत मिल सकती है। खरीफ की फसलों के लिए ये बारिश काफी अहम होती है। धान और दलहन के साथ तिलहन की फसलों के लिए भी ये बारिश काफी अहम मानी जाती है और इसी के आधार पर किसान साल भर की फसलों की तैयारी करते हैं। पिछले साल 96 फीसदी बारिश होने की संभावना जताई गई थी और अच्छी बारिश हुई थी।