लखनऊ। सीएम योगी (CM Yogi) ने विधानसभा में बजट पर चर्चा करते हुए देश की इकॉनमी में प्रदेश के योगदान को बढ़ाने का विजन रखा। उन्होंने कहा कि यहां चर्चा हुई कि कैसे हम वन ट्रिलियन की बात कर रहे थे। 1946 की बात है जब संविधान निर्माण की कार्यवाही प्रारंभ हुई, पहली बैठक थी, बाबा साहब ने जो भाषण दिया वो बहुत महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा था कि लक्ष्य की प्राप्ति के लिए इति को लेकर नहीं अथ को लेकर चिंता होनी चाहिए। अर्थात लक्ष्य साफ है उसे पाने के लिए शुरुआत कैसे करें। शुरुआत अच्छी होगी तो परिणाम भी अच्छा आएगा। बाबा साहेब को लेकर हिन्दुस्तान अपार श्रद्धा का भाव रखता है। हमने भी प्रधानमंत्री की प्रेरणा से देश की आबादी के सबसे बड़े राज्य की क्या भूमिका हो सकती है, इस पर मंथन किया। यूपी कैसे अपनी अग्रणी भूमिका का निर्वहन कर सकता है। 5 ट्रिलियन की इकोनॉमी का देश अगर भारत को बनना है तो क्या यूपी को अपना योगदान नहीं देना चाहिए। देश का हर 16वां व्यक्ति यूपी का है। लेकिन क्या उतना योगदान है हमारा, भारत के जीड़ीपी में यूपी का योगदान 8 फीसदी है, इसे बढ़ाकर 16 फीसदी तक ले जाना है। यूपी में ये संभावना है।
प्रदेश में हैं व्यापक संभावनाएं: सीएम (CM Yogi)
सीएम (CM Yogi) ने आगे कहा कि नेता विरोधी दल कल प्रश्नचिह्न लगा रहे थे, कि क्या ये संभव हो पाएगा। मुझे आश्चर्य हुआ कि कैसी बात कर रहे हैं, क्यों नहीं हो सकता है। यूपी में क्या नहीं है, देश की सबसे अच्छी उर्वरा भूमि, देश का सबसे अच्छा जल संसाधन हमारे पास है, सबसे अच्छा यूथ भारत के पास है। श्रम बाजार सबसे अच्छा यूपी के पास है। एमएसएमई 96 लाख यूपी के पास है। रोड, रेल, एयर कनेक्टिविटी, वाटर-वे, हर प्रकार की कनेक्टिविटी यूपी के पास है। कल मैं सोच रहा था कि नेता विरोधी दल ये ना कह दें कि डेडिकेटेड कॉरिडोर हमने शुरू किया है। 16 हजार किमी का रेल नेटवर्क यूपी के पास है। ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट कॉरीडोर यूपी से होकर गुजर रहा है। प्रधानमंत्री ने अभी सबसे लंबे रिवर क्रूज का शुभारंभ वाराणसी से किया है। यूपी में एयर कनेक्टिविटी बेहतर हुई है और इसमें व्यापक संभावनाएं हैं।
पीएम के 5टी मंत्र का कर रहे अनुसरण: सीएम (CM Yogi)
सीएम (CM Yogi) ने कहा कि प्रधानमंत्री के 5टी मंत्र यानी टैलेंट, ट्रेडिशन ट्रेड, टूरिज्म, टेक्नोलॉजी इसको प्रदेश के अंदर विस्तार दिया जा रहा है। हर एक फील्ड में। अब यूपी में केवल एक्सप्रेस हाईवे ही नहीं आई-वे (इंटरनेट) भी है। बॉडबैंड ऑप्टीकल फाइवर नेटवर्क पर फोकस किया जा रहा है। 58 हजार ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालयों का निर्माण करके इससे आच्छादित करने का कार्य किया जा रहा है। हमारे पास स्केल भी है, स्किल भी है और 6 वर्ष में स्पीड भी बढी है। प्रदेश के इस पोटेंशियल का लाभ यूपी को कैसे प्राप्त हो, इन सब पर ध्यान देने के लिए हमने कार्य प्रारंभ किया। कृषि भूमि 11-12 फीसदी है मगर उत्पादन 19-20 फीसदी है, इसे तीन गुना और बढ़ाया जा सकता है।
वन ट्रिलियन पर सदन में हो चर्चा: सीएम (CM Yogi)
सीएम (CM Yogi) ने कहा कि यूपी की इन क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए हमने वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी को लेकर अपने कार्यक्रम को आगे बढ़ाया है। हमने इसके लिए 10 सेक्टर चिह्नित किए हैं, जिस पर लगातार कार्य चल रहा है। मैं चाहता था कि वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी पर चर्चा हो। सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स पर जब चर्चा हुई थी तब सपा वाकआउट कर गयी थी, गरीबी उन्मूलन, सबसे शिक्षा, स्वास्थ्य, किसानों का उत्थान, मातृ शक्ति का सशक्तिकरण पर 36 घंटे तक चर्चा हुई। शिवपाल जी को छोड़कर सपा गायब थी। उनकी रुचि डेवलपमेंट पर नहीं है। यही कारण है कि जनता ने सपा का सफाया कर दिया।
बैंकिंग व्यवसाय बढ़ा तो युवाओं को मिले अधिक अवसर
2012 से 17 में बैंकिंग व्यवसाय यूपी में 12 लाख 79 हजार 995 करोड़ का था, 17 से 22 ये बढ़कर 22 लाख 6 हजार करोड का बैंकिंग व्यवसाय है। बैंकों से यहां के उद्यमियों और युवाओं को पहले 46 फीसदी ऋण मिलता था, आज 55 फीसदी से अधिक हो रहा है। 17 से 22 में 9 लाख 52 हजार करोड़ का ऋण वितरित हुआ है।
हमने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट दिया, आपने वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया: सीएम योगी
यूपी के नौजवानों की आकाक्षाओं को पूर्ति करने का माध्यम बैंक और वित्तीय संस्थाएं कैसे बन रही हैं उसकी ये झलक है। ये रोजगार का सृजन कर रहा है। निजी निवेश को प्रोत्साहित करता है, कारीगरों का, राज्य की श्रमशक्ति का सम्मान करता है। अर्थव्यवस्था में संतुलन लाने का कार्य करता है। अधिक उत्पादन की क्षमता को देश दुनिया के सामने लाने का काम करता है। प्रदेश आज उसी दिशा में आगे बढ़ा है।