मुंबई। महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच बीजेपी के प्रमुख चंद्रकात पाटिल ने रविवार शाम को राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से सरकार बनाने को लेकर मुलाकात की। इस बैठक के बाद पाटिल ने कहा कि हमने राज्यपाल को इस बात की जानकारी दे दी है कि हम राज्य में अकेले सरकार नहीं बना सकते। उन्होंने कहा कि शिवसेना के साथ गठबंधन के जनादेश के बावजूद, हम सरकार नहीं बनाएंगे। शिवसेना जनादेश का अपमान करना चाहती है।
Maharashtra BJP President, Chandrakant Patil after meeting Governor Bhagat Singh Koshyari: We will not form government in the state. pic.twitter.com/Bg3zrAwZzU
— ANI (@ANI) November 10, 2019
चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि शिवसेना अगर चाहे तो वह कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सरकार बना सकती है। उनके साथ हमारी दुआएं हैं।वहीं इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा महाराष्ट्र की जनता ने हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है और हम इसे स्वीकार करते है, लेकिन इसके बाद पार्टी हाई कमान क्या निर्णय लेंगे, कब बोलेंगे, कैसा बोलेंगे वो उन पर छोड़ा हुआ है?
Sanjay Nirupam, Congress on Maharashtra govt formation: Congress-NCP govt in Maharashtra is only an imagination. If we want to convert that imagination into reality, it won't be possible without Shiv Sena's support & if we take Shiv Sena's support, it will be fatal for Congress. pic.twitter.com/HrJhrv5JCY
— ANI (@ANI) November 10, 2019
इस बीच कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने कांग्रेस के महाराष्ट्र में सरकार बनाने के बारे में कहा कि राज्य में कांग्रेस-एनसीपी की सरकार अभी सिर्फ ख्यालों में हैं। अगर हमें इन ख्यालों को हकीकत में बदलना है तो ये शिवसेना के समर्थन के बिना संभव नहीं होगा और अगर हम शिवसेना का समर्थन लेते हैं तो ये कांग्रेस के लिए घातक होगा।
वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि अगर महाराष्ट्र में कोई और सरकार गठित नहीं कर पाता है तो उनकी पार्टी अपनी अगली रणनीति की घोषणा करेगी। उन्होंने साथ ही कहा कि राजनीति उनके दल के लिए कोई कारोबार नहीं है।
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने राज्यपाल से कांग्रेस-एनसीपी को सरकार बनाने के लिए न्योता देने की अपील की है। उन्होंने रविवार को ट्वीट कर कहा कि बीजेपी-शिवसेना ने सरकार बनाने से इनकार कर दिया है, ऐसे में महाराष्ट्र के राज्यपाल को प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े गठबंधन एनसीपी-कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए।