शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) के खिलाफ देश के मुसलमानों का गुस्सा देखा जा रहा है। कुरान के खिलाफ याचिका दायर करने से आहत वसीम रिजवी के खिलाफ लखनऊ के इमामे जुमा और वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने मोर्चा खोल दिया है। वहीं रविवार को वसीम रिजवी ने मौलाना कल्बे जवाद पर हमलावर होते हुए वीडियो जारी किया। वसीम रिजवी ने इस दौरान मौलाना पर कई गम्भीर आरोप लगाए।
मौलाना कल्बे जवाद द्वारा अपने खिलाफ मोर्चा खोले जाने से नाराजज वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) ने रविवार को मीडिया में अपना वीडियो जारी कर मौलाना पर जमकर हमला बोला। रिजवी (Waseem Rizvi) ने कहा कि मौलाना कल्बे जवाद को किस-किस टाइटल से नवाजा जाए क्योंकि वह आफताब ए शरियत नहीं वक्फखोर है।
रिजवी ने कहा कि उनके पास कई ऐसे सबूत है जिसमें कब्रों के सौदे किए गए हैं और एक एक कब्र 4 से 5 लाख रुपये में बेची गई है। रिजवी (Waseem Rizvi) यहीं नहीं रुके उन्होंने मौलाना के परिवार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि झूट इस घराने की मिरास है। आगे बोलते हुए वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) ने कहा कि झूट को बड़ी सच्चाई के साथ लोगों में पेश कर देना यह हुनर मौलाना में मौजूद है।
‘दस वर्ष से नहीं गया नेपाल’
मौलाना कल्बे जवाद ने वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) पर नेपाल में कुछ असामाजिक तत्वों से मुलाकात की बात कही थी। इसका पलटवार करते हुए वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) ने कहा कि आजकल लखनऊ से लेकर दिल्ली तक मौलाना बयान दे रहे हैं कि मैं कुछ दिन पहले नेपाल गया था, लेकिन मैं पिछले 10 वर्षों से नेपाल नहीं गया और मैं देश का गद्दार नहीं हूं। मौलाना कल्बे जवाद की तरह मैं किसी विदेशी ताकतों का एजेंट नहीं हूं। वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) ने मौलाना कल्बे जवाद पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह ईरान के एजेंट हैं और ईरान उन्हें पैसा मुहैया कराता है।