नई दिल्ली। कर्ज और घाटे की मार झेल रही वोडाफोन-आइडिया कंपनी ने हाल ही में अपने टैरिफ दामों में बढ़ोतरी की है। इसके बावजूद कंपनी की हालत सुधरती नहीं दिखाई दे रही है। यह बात कंपनी के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने शुक्रवार को कही। उन्होंने कहा कि अगर सरकार राहत नहीं देती है तो वोडाफोन-आइडिया बंद हो जाएगी।
अगर सरकार उन्हें मांगी गई राहत नहीं उपलब्ध कराती है तो हमें वोडाफोन-आइडिया बंद करनी पड़ेगी
यह बात मीडिया हाउस के एक कार्यक्रम में आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कही। उन्होंने कहा कि अगर सरकार उन्हें मांगी गई राहत नहीं उपलब्ध कराती है तो हमें वोडाफोन-आइडिया बंद करनी पड़ेगी। उन्होंने सरकार से राहत नहीं मिलने की स्थिति में कंपनी की आगे की रणनीति से जुड़े एक सवाल के जवाब में यह बात कही है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ जानें टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन, जानिए किसका कटेगा पत्ता?
कंपनी में किसी और तरह का निवेश नहीं करने का संकेत दिया
बिड़ला ने सरकार से राहत न मिलने की स्थिति में कंपनी में किसी और तरह का निवेश नहीं करने का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि इस बात का कोई मतलब नहीं कि डूबते पैसे में और पैसा लगा दिया जाए। बिड़ला ने कहा कि राहत ना मिलने की स्थिति में वह कंपनी को दिवाला प्रक्रिया में ले जाएंगे।
वोडाफोन-आइडिया ने प्रीपेड मोबाइल सेवाओं की दरें 50 प्रतिशत तक बढ़ाने की रविवार को ही घोषणा की
वहीं वोडाफोन-आइडिया ने प्रीपेड मोबाइल सेवाओं की दरें 50 प्रतिशत तक बढ़ाने की रविवार को ही घोषणा की, जो करीब चार साल में पहली वृद्धि है। टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने दिसंबर के शुरू में ही दरें बढ़ाने की घोषणा पहले ही कर रखी थी। इन दोनों कंपनियों ने रविवार को अलग-अलग बयान जारी कर में अपने विभिन्न प्लान की बढ़ी दरों की जानकारी दी थी।