उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी जुट गई है, पार्टी अपनी छवि को सुधारने के लिए बाहुबलियों से किनारा कर रही है। पूर्वांचल के माफिया डॉन बसपा के विधायक मुख्तार अंसारी को बसपा जल्द ही पार्टी से बाहर करने का ऐलान कर सकती है। पिछले दिनों मुख्तार के बड़े भाई और बेटे ने सपा ज्वॉइन की थी जिसके बाद मायावती मुख्तार की सियासी पैंतरेबाजी को समझ चुकी हैं। पार्टी से निकालने की मुख्य वजह ये भी है कि भाजपा माफियाओं के खिलाफ अभियान चला चुकी है, ऐसे में बसपा को अपनी बदनामी का डर है।
बता दें कि इस वक्त मुख्तार मऊ जेल में बंद हैं, उन्हें पिछले दिनों पंजाब से लाया गया था, उन्होंने यहां योगी सरकार से अपनी जान को खतरा बताया था। खबरों की माने तो चुनावों से पहले मुख्तार अंसारी और उनका परिवार भी समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकता है। इसके साथ ही साथ मुख्तार अंसारी के तीसरे भाई अफजाल अंसारी समाजवादी पार्टी के टिकट पर ही इस बार का चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि अफजाल अंसारी अभी बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर पूर्वांचल की गाज़ीपुर सीट से सांसद है।
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पार्टी विरोधी और बहुजन समाज पार्टी के खिलाफ रहने के चलते बसपा सुप्रीमो उन पर कार्रवाई कर सकती हैं। इधर बहुजन समाज पार्टी में भी मायावती की सक्रियता यह बताती है कि वे 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। हालांकि सांसद अफजाल अंसारी का लगभग 3 साल का कार्यकाल बचा हुआ है। ऐसे में बसपा सुप्रीमो किस तरह उन्हें पार्टी से निकालती है, यह देखने वाली बात होगी।