गुजरात कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना को मंगलवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया। अस्थाना को उनके सेवानिवृत्ति से चार दिन पहले यह पदभार दिया गया है।वे 31 जुलाई, 2022 तक दिल्ली पुलिस के आयुक्त होंगे।गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार, फिलहाल अस्थाना तत्काल प्रभाव से दिल्ली पुलिस आयुक्त का कार्यभार संभालेंगे।
2018 में सीबीआई के तत्कालीन निदेशक आलोक वर्मा से उनका विवाद हुआ था और दोनों ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।अस्थाना पर आरोप था कि मोइन कुरैशी मामले में एक संदिग्ध को राहत देने के लिए उन्हें 2.95 करोड़ का भुगतान किया गया था।
राकेश अस्थाना जो 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं जो अभी बीएसएफ के डीजी और एनसी बी के चीफ हैं। उन्हें अब दिल्ली पुलिस का नया कमिश्नर बनाया गया है राकेश अस्थाना वही अधिकारी हैं जिनके निगरानी में सुशांत सिंह रिया चक्रवर्ती ड्रग्स कनेक्शन मामले में दो FIR दर्ज की गई थी। इसके पहले राकेश अस्थाना सीबीआई में स्पेशल डायरेक्टर भी रह चुके हैं और सूरत कमिश्नर रहते हुए उन्होंने आसाराम संत मामले में एक महत्वपूर्ण जांच अपनी निगरानी में शुरू करी थी, जिसमें आसाराम और उसके बेटे की गिरफ्तारी भी की गई थी।
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राकेश अस्थाना ने बीएसएफ में रहते कई बड़े ऑपरेशन को लीड किया ह। इसके अलावा दिल्ली मुंबई और देश के कई राज्यों में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की कमान संभालते हुए कई बड़े ऑपरेशन किए हैं। बता दें कि हाल में ही सीबीआई डायरेक्टर के नाम पर भी राकेश अस्थाना की चर्चा थी। खास बात ये है कि एसएस जोग और अजयराज शर्मा के बाद राकेश अस्थाना तीसरे पुलिस कमिश्नर हैं जो यूटी कैडर के बाहर के अधिकारी हैं।