लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) के निर्देशानुसार प्रदेश में बूस्टर डोज (Booster Dose) तेजी से दी जा रही है। प्रदेश में अब तक 30 लाख से अधिक लोगों को बूस्टर डोज (Booster Dose) दी जा चुकी है। प्रदेशवासियों को संपूर्ण टीका कवच देने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार (Yogi Government) की ओर से 10 जनवरी से बूस्टर डोज देने की शुरूआत की थी।
प्रदेश में अब तक 30,09,885 ‘प्री कॉशन डोज’ (Pre Caution Dose) दी जा चुकी हैं। सर्वाधिक आबादी वाले प्रदेश यूपी ने दूसरे प्रदेशों के मुकाबले सबसे अधिक टीके (Vaccine Dose ) की डोज और टेस्ट किए हैं। प्रदेशवासियों को टीके (Vaccine Dose ) का कवच देने के लिए सीएम (CM ) की ओर से आला अधिकारियों को समय समय पर दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
यही कारण है कि यूपी पहला प्रदेश है जहां कम समय में सबसे ज्यादा टीकाकरण किया गया है। प्रदेश में अब तक 32,28,62,214 टीके (Vaccine Dose) की डोज दी जा चुकी है। जिसमें 17,34,40,248 को पहली डोज और 14,64,12,081 को दूसरी डोज दी जा चुकी है।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था का विकास यूपी सरकार की प्राथमिकता
प्रदेश सरकार की संवेदनशीलता का ही असर है कि 24 करोड़ आबादी वाले प्रदेश में अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या न के बराबर है। संक्रमित मरीजों को उनके घर पर ही सारी सेवाएं सरकार की ओर से पहुंचाई जा रही हैं। संक्रमितों की 24 घंटे की मॉनिटरिंग, दवाओं की उपलब्धता, टेस्ट, सैनिटाइजेशन के साथ ही उस इलाके में कोविड गाइडलाइन का पालन कड़ाई से कराया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि प्रदेश के हालात बेहतर हैं। बीते 24 घंटों में प्रदेश में 147 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई इस बीच 137 लोगों ने संक्रमण को मात दी है। प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या 906 है। प्रदेश का रिकवरी रेट 98.8 प्रतिशत है।
टीकाकरण के लिए गैर सरकारी संगठन भी कर रहे जागरूक
प्रदेश में टीकाकरण की रफ्तार को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार के साथ गैर सरकारी संगठन मिलकर पात्र लोगों को टीकाकरण कराने के लिए जागरूक कर रहे हैं। इन गैर सरकारी संगठनों के लगभग 10000 से अधिक लोग गांव और शहरों में पात्र लोगों को टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
ई-बजट, ई-कैबिनेट के बाद अब विधानसभा में ई-विधान: सीएम योगी
बता दें कि क्लस्टर मॉडल के चलते टीकाकरण की प्रक्रिया में तेजी आई है। प्रदेश में टीकाकरण को तेजी से बढ़ाने के लिए क्लस्टर मॉडल, स्कूल कॉलेजों में टीकाकरण कैंप, गांवों में अधिक बूथ, कोरोनारोधी टीकाकरण से कोई न छूटे, इसके लिए जिला संयुक्त अस्पताल में टीकाकरण किया जा रहा है।