उत्तराखंड राज्य के तमाम पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के चलते नदियों में उफान की स्थितियां बन गई हैं।खबरों के अनुसार श्रीनगर और पौड़ी गढ़वाल के कई निचले इलाके पानी में डूब गए हैं। अलकनंदा नदी का जलस्तर तेज़ी से बढ़ जाने से नदी बहुत से स्थानों पर उफान ले रही है और किनारों को तोड़कर बह रही है।
अलकनंदा ने कई सारे निचले इलाकों को डुबो दिया है, तो ऋषिकेश में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है जिससे वहाँ की चिंता बढ़ चुकी है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने वहां अलर्ट जारी कर दिया है ।
अलकनंदा नदी का स्तर बढ़ जाने से निचले इलाके चपेट में आ गए हैं जिसके चलते वहाँ बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं।इससे पहले अलकनंदा के जलस्तर को लेकर स्टेट कंट्रोल रूम ने अलर्ट जारी कर खबर दी थी। ऋषिकेश के साथ ही, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, पौड़ी गढ़वाल और चमोली में भी नदियों के रौद्र रूप धारण करने के कगार पर पहुंचने की खबरें आ रही हैं।
पिथौरागढ़ और ऋषिकेश में नादियां अपने उफनने के हालात पर है, राज्य के पहाड़ी ज़िलों में कई जगह भू-कटाव और भूस्खलन की खबरें आ रही है। यात्रियों और लोगों से बेहद सतर्क रहने की भी अपील लगातार की जा रही है।
शुक्रवार से लगातार हो रही बारिश के चलते रुद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी का जलस्तर खतरे के निशान से पार चल रहा। शाम 5 बजे के बाद से नदियों के जलस्तर में और भी इजाफा हुआ। जिसके बाद प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने के लिए अलर्ट दिया।
शुक्रवार सुबह से ही पूरे जिले में मूसलाधार बारिश शुरू हुई जो देर शाम तक जारी रही जिस दौरान अनेक जगहों पर जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। अलकनंदा का जलस्तर 627 मीटर के ऊपर पहुंचा जबकि मंदाकिनी का जलस्तर भी 626 मीटर पर रहा। प्रशासन द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए निर्देश दिए जा रहे है ।