उत्तराखंड मे नशा मुक्ति केंद्र में एक युवती से संचालक ने कई बार दुष्कर्म किया। जबकि, बाकी तीनों से वह छेड़छाड़ करता था। यही नहीं डॉयरेक्टर से जब उन्होंने शिकायत की तो उसने उल्टा लड़कियों के साथ मारपीट की।
यही कारण था कि चारों आबरू बचाने को वहां से भाग निकलीं। बरामद होने के बाद युवतियों ने पुलिस को यही आपबीती बताई है। पुलिस ने संचालक व डायरेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर महिला (डायरेक्टर) को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, दुष्कर्म का आरोपी संचालक फरार हो गया है।
गुरुवार शाम को क्लेमेंटटाउन के प्रकृति विहार स्थित वॉक एंड विन सोवर लिविंग होम नाम के नशा मुक्ति केंद्र से चार युवतियां भाग गई थीं। युवतियों ने केंद्र का मुख्य द्वार बाहर से बंद कर दिया था। दो घंटे बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई तो उनकी खोजबीन शुरू हुई। पुलिस ने शुक्रवार दोपहर को एक युवती को बंजारावाला क्षेत्र से पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस ने अन्य तीन लड़कियों को त्यागी रोड स्थित एक होटल से खोज निकाला।
इनमें से एक लड़की ने पुलिस को खुलकर आपबीती बताई। युवती से पता चला कि नशामुक्ति केंद्र में बहुत गलत काम होते थे। युवती ने पुलिस को बताया कि वह स्मैक की आदी हो गई थी। इसलिए उसके माता-पिता ने गत 20 मई को इस नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करा दिया था।
आरोप है कि इसके बाद कई बार इसी तरह से उसने दुष्कर्म किया। इसकी शिकायत जब उसने यहां की डायरेक्टर विभा सिंह से की तो उसने डंडों से उसे पीटा। अन्य युवतियों ने भी पुलिस को बताया कि संचालक उनके साथ भी बहुत भद्दी तरह से छेड़छाड़ करता था। शिकायत करने पर विभा सिंह बुरी तरह मारती थी।
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सीओ सदर अनुज कुमार सिंह ने बताया कि युवतियों की शिकायत पर विद्यादत्त रतूड़ी व विभा सिंह के खिलाफ दुष्कर्म, मारपीट, गाली गलौच और आपराधिक षड़यंत्र का मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें से विभा सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। विद्यादत्त रतूड़ी की तलाश की जा रही है।