लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि पूरे प्रदेश में अब हर रविवार को लॉकडाउन (Lockdown) रहेगा और मास्क नहीं पहनने पर पहली बार एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। राज्य सरकार ने सभी ग्रामीण और शहरी इलाकों में प्रत्येक रविवार को साप्ताहिक लॉकडाउन (Lockdown) लगाने का फैसला किया है। इस दौरान आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी बाजार और दफ्तर बंद रहेंगे। केवल स्वच्छता संबंधी और आपातकालीन सेवाएं ही संचालित होंगी। साप्ताहिक बंदी के दौरान चिकित्सा व स्वास्थ्य से जुड़ी आवश्यक सेवाएं एवं आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति यथावत जारी रहेगी और पंचायत चुनाव के मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों की रवानगी का कार्य संचालित होता रहेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देशित किया कि शनिवार रात्रि आठ बजे से सोमवार सुबह सात बजे तक सभी ग्रामों एवं नगरों में संचालित किये जाने वाले सैनिटाइजेशन, स्वच्छता एवं फॉगिंग अभियान के सुचारू संचालन के लिए मण्डलायुक्तों को अपने-अपने मण्डल का नोडल अधिकारी नामित किया जाए। एक सरकारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने एक बैठक के दौरान लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा है।
उन्होंने निर्देश दिया कि अगर किसी को पहली बार बिना मास्क पहने पकड़ा जाए तो उस पर एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाए और अगर वह व्यक्ति दूसरी बार पकड़ा जाए तो दस गुना अधिक जुर्माना लगाया जाए। मुख्यमंत्री ने सैनिटाइजेशन, स्वच्छता एवं फॉगिंग का विशेष अभियान संचालित करने के निर्देश दिये हैं।
उन्होंने कहा कि इस अभियान के सुचारु संचालन के लिए 15 मई, 2021 तक प्रत्येक रविवार शहरी और ग्रामीण इलाकों में बाजार, हाट, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, कार्यालय इत्यादि बन्द रहेंगे। उन्होंने कहा कि साप्ताहिक बन्दी के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से जुड़ी आवश्यक सेवाएं एवं आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति यथावत जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2021 के मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों की रवानगी का कार्य निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार संचालित होता रहेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम से संबंधित कार्यों में पिछले वर्ष विधायक निधि बहुत उपयोगी सिद्ध हुई थी और इस वर्ष भी कोविड-19 केयर फंड की नियमावली के अनुरूप विधायकों की अनुशंसा पर उनकी निधि का उपयोग कोविड-19 प्रबंधन में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनावों का पहला चरण अत्यंत शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और जिन क्षेत्रों में माहौल बिगाड़ने की कोशिश हुई, उन क्षेत्रों में ऐसी गतिविधियों में लिप्त लोगों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्वाई की जानी चाहिए ताकि अन्य चरण के चुनावों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया जा सके।