लखनऊ। विधान परिषद के शिक्षक तथा स्नातक क्षेत्रों के आगामी निर्वाचनों के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने अपने अधिकृत प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। संगठन के संविधान की निर्वाचन सम्बन्धी धारा का अनुपालन करते हुए संगठन ने निश्चय किया है कि मेरठ खण्ड शिक्षक व स्नातक क्षेत्र से वर्तमान एमएलसी ओम प्रकाश शर्मा (शिक्षक क्षेत्र से) व हेम सिंह पुण्डीर (स्नातक क्षेत्र से) संगठन के अधिकृत प्रत्याशी होंगे।
लखनऊ खण्ड शिक्षक क्षेत्र से डॉ.आरपी मिश्र को संगठन का अधिकृत प्रत्याशी बनाया
लखनऊ खण्ड शिक्षक क्षेत्र से डॉ.आरपी मिश्र को संगठन का अधिकृत प्रत्याशी बनाया गया है। डॉ.मिश्र संगठन के अधिकृत प्रवक्ता दीर्घ काल से चले आ रहे हैं। आगरा खण्ड शिक्षक क्षेत्र से वर्तमान एमएलसी जगवीर किशोर जैन पुनः संगठन के अधिकृत प्रत्याशी होंगे। इसी प्रकार गोरखपुर-फैजाबाद खण्ड शिक्षक क्षेत्र से वर्तमान एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी पुनः अधिकृत प्रत्याशी के रूप में घोषित किये गये हैं। बरेली-मुरादाबाद खण्ड शिक्षक क्षेत्र से पूर्व एमएलसी सुभाष चन्द्र शर्मा अधिकृत प्रत्याशी घोषित किये गये हैं। पूर्व एमएलसी डॉ. प्रमोद कुमार मिश्र वाराणसी खण्ड शिक्षक क्षेत्र से अधिकृत प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेगे। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने प्रत्याशियों की घोषणा के साथ साथ शिक्षक मतदाताओं से अपील की है कि शिक्षक समुदाय की सम्मान तथा सेवा सुरक्षा एवं संघर्षों से अर्जित परिलब्धियों की सुरक्षा के लिए संगठन के प्रत्याषियों को विजयी बनाकर अपनी एकजुटता का परिचय दें तथा अपनी लम्बित मॉगों के लिए संघर्ष का मार्ग भी प्रशस्त करें।
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शिक्षकों की पुरानी पेंशन बहाल की जाये तथा वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षकों को पूर्णकालिक शिक्षक
संगठन के अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने बताया है कि शिक्षकों की तात्कालिक मॉग है कि शिक्षकों की पुरानी पेंशन बहाल की जाये तथा वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षकों को पूर्णकालिक शिक्षक के रूप में समान कार्य के लिए समान वेतन का अधिकार दिया जाय। निःशुल्क चिकित्सा सुविधा तथा कम्प्यूटर शिक्षकों तथा व्यवसायिक शिक्षकों को पूर्णकालिक शिक्षक का पद स्वीकार करते हुए उन्हें अन्य सभी शिक्षकों की भॉति अनुमन्य वेतनमान दिये जॉय। महिला शिक्षकों को विषेश अवकाश सुविधा पूर्वक दिये जॉय तथा शिक्षकों के स्थानान्तरण की व्यवस्था का सरलीकरण करके उन्हें भ्रष्टाचार से मुक्ति प्रदान की जाय। तात्कालिक मॉगों के साथ साथ संगठन के मॉग पत्र की अन्य सभी मॉगों को चुनावी मुद्दा बनाया जायेगा तथा आगामी निर्वाचन एक आन्दोलन के रूप संगठन का मुख्य कार्यक्रम होगा। यह भी उल्लेखनीय है कि सरकार द्वारा तदर्थ शिक्षकों के नियमितीकरण सम्बन्धी अधिनियम की अप्रासांगिक व्याख्या के कारण अनेक तदर्थ शिक्षक नियमितीकरण की सुविधा से वंचित रह गये हैं। इनका नियमितीकरण तत्काल घोषित किये जाने की मॉग भी प्राथमिकता के आधार पर अर्जित किये जाने का पूर्ण प्रयास किया जायेगा।यह भी स्पष्ट किया गया है कि सरकार की प्रचलित नीतियों में जो शिक्षा सेवा चयन आयोग द्वारा शिक्षकों की सेवा सुरक्षा पर आक्रमण किया गया है, वह निर्वाचन के दौर में सर्वाधिक प्रमुख मुद्दा होगा।