लखनऊ। रेड ब्रिगेड की फाउंडर ऊषा विश्वकर्मा (Usha Vishwakarma) यूपी की बेटियों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देकर योगी सरकार के मिशन शक्ति अभियान को गति दे रही हैं । संस्था के जरिए वह बेटियों को आत्मरक्षा के गुर तो सिखा ही रही हैं। इसके साथ ही उनको मास्टर ट्रेनर बना रही हैं जिससे भविष्य में ये बेटियां अन्य बेटियों को महिला सशक्तिकरण का पाठ पढ़ा सकें।
अब तक डेढ़ लाख बेटियों को सिखा चुकी हैं आत्मरक्षा के गुर
महज 15 बेटियों की छोटी सी टीम के साथ इस संस्था शुरू हुई थी। इसके जरिए अब तक देश में एक लाख 57 हजार बेटियों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। उनकी संस्था से लगभग 200 बेटियां जुड़ी हैं, जो ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों की बेटियों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग देने संग उनको भावनात्मक व मानसिक तौर पर मजबूत कर रही हैं।
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ऊषा ने बताया कि ग्रामीण व शहरी इलाकों में उनकी टीम बेटियों को वीरांगनाओं की कहानियों को सुनाकर उनको मानसिक तौर पर मजबूत बनाने का काम किया जा रहा है।
ऊषा विश्वकर्मा को राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री से मिल चुका है सम्मान
ऊषा विश्वकर्मा (Usha Vishwakarma) को ‘रानी लक्ष्मीबाई’ सम्मान से साल 2016 में पूर्व राष्ट्रपति स्व प्रणब मुखर्जी द्वारा भी सम्मानित कर चुके हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2019 में इनको ‘देवी’ अवॉर्ड से सम्मानित कर चुके हैं। इसके साथ ही ‘100 वुमेन एचीवमेंट’ अवॉर्ड संग लगभग 15 नेशनल अवार्ड मिल चुके हैं।
विदेशी ट्रेनर यूपी की बेटियों को दे रहे ट्रेनिंग
विदेशों के ट्रेनर यूपी की रेड ब्रिगेड टीम की बेटियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। फ्रांस, इग्लैंड, आस्ट्रेलिया अमेरिका के विशेषज्ञ भी उनकी टीम के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। बेटियों को दी जाने वाली इस ट्रेनिंग का ‘निशस्त्र’ नाम दिया है।
ग्रामीण शहरी क्षेत्रों के स्कूल कॉलेज, विश्वविद्यालयों व कार्यशालाओं का आयोजन कर उनको शारीरिक व मानसिक रूप से सशक्त बना रही हैं। इसके साथ ही उन्होंने लगभग 100 बेटियों व महिलाओं को रोजगार की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया है।