नयी दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मंगलवार को लगभग सभी राज्यपालों से बात की और उन्हें कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए अपने-अपने राज्यों में पूर्व सैनिकों की सेवाएं लेने को कहा। इस घटनाक्रम से परिचित लोगों ने यह जानकारी दी।
सिंह ने इस बातचीत के दौरान राज्यपालों से उनके राज्यों में कोरोना वायरस महामारी के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी ली और उनसे महामारी के खिलाफ लड़ाई में राज्य प्रशासन को विश्वास में लेने का आग्रह किया। रक्षा मंत्री ने कई केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों से भी बात की और कोरोना वायरस स्थिति का जायजा लिया।सिंह सेना के तीनों अंगों द्वारा महामारी से लड़ने के लिए देश भर के नागरिक प्रशासन को मुहैया करायी जा रही सहायता की निगरानी कर रहे हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यपालों से कहा
किसी देश में चिकित्सकीय Oxygen असीमित नहीं होती : केंद्र
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके के कार्यालय ने ट्वीट किया कि रक्षा मंत्री ने राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण और टीकाकरण की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उसने एक ट्वीट किया, उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना वायरस की स्थिति को देखते हुए इस संकट से निपटने के लिए राज्य में रहने वाले पूर्व सैनिकों, नर्सों, लैब तकनीशियनों और सेना के पूर्व सैनिकों की सेवाएं ली जा सकती है। सेना के तीनों अंगों के साथ ही रक्षा मंत्रालय की अन्य इकाई कोरोना वायरस मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर इससे निपटने के लिए विभिन्न राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों की सहायता कर रहे हैं।
राष्ट्रीय संकट पर मूक दर्शक बने नहीं रह सकते : सुप्रीम कोर्ट
शुक्रवार से भारतीय वायुसेना ने कोविड-19 रोगियों के इलाज में अत्यावश्यक चिकित्सकीय आॅक्सीजन के वितरण को गति देने के लिए देश भर के विभिन्न फिलिंग स्टेशनों को खाली आॅक्सीजन टैंकर और कंटेनर हवाई मार्ग से पहुंचाये। भारतीय वायुसेना आवश्यक दवाओं के साथ-साथ देश के विभिन्न हिस्सों में निर्दिष्ट कोविड-19 अस्पतालों द्वारा आवश्यक उपकरणों का परिवहन भी कर रही है।
मंगलवार को रक्षा मंत्री (Rajnath Singh) ने देश भर में पूर्व सैनिकों के योगदान वाली स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) के तहत चलाई जा रही 51 चिकित्सकीय सुविधाओं में अतिरिक्त संविदा कर्मचारियों को काम पर रखने को मंजूरी दी।