उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) 2021 का पर्चा लीक होने से परीक्षा रद्द कर दी गयी है। यह पर्चा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। छात्रों का कहना है कि उनके साथ धोखा हो रहा है। पेपर लीक मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
वहीं, इस मामले की जांच में जुटी एसटीएफ ने परीक्षा लीक करने वाले गैंग के 23 लोगों को प्रदेश के अलग-अलग जिलों से गिरफ्तार किया है।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय कुमार उपाध्याय ने परीक्षा निरस्त होने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उक्त परीक्षा लगभग एक महीने में करायी जाएगी। जल्दी ही नई तारीख की घोषणा की जाएगी। अभ्यर्थियों को दोबारा फीस नहीं देनी होगी। उक्त परीक्षा में पहली बार लाइव सीसीटीवी सर्विलांस की व्यवस्था की गई थी। इसका मकसद हर हाल में बिना नकल के परीक्षा कराना था। इसे हर परीक्षा केंद्र पर एक्टिव किया गया था। इसकी मॉनिटरिंग लखनऊ में हो रही थी।
दावा किया गया था कि यदि किसी भी परीक्षा केंद्र पर किसी तरह की गड़बड़ी की गई तो वह फौरन पकड़ में आ जाएगी। हालांकि, इसके पहले ही परीक्षा का पर्चा लीक होने से उसे निरस्त करना पड़ा।
UPTET पेपर लीक करने वाले गिरोह के 23 लोग गिरफ्तार : प्रशांत कुमार
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने लखनऊ में पत्रकार वार्ता में बताया कि पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसटीएफ ने लखनऊ से चार, मेरठ से तीन, शामली से तीन, वाराणसी और गोरखपुर से दो-दो, कौशाम्बी से एक और प्रयागराज से 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों के पास से एसटीएफ को मोबाइल और कुछ पेपर के फोटोकॉपी मिले हैं, जिसे शासन से शेयर किया गया तो पता चला कि ये वही पेपर है जो यूपीटीईटी परीक्षा में परिक्षार्थियों को देनी थी। इसके बाद शासनस्तर पर निर्णय करते हुए परीक्षा को रद्द कर दिया गया। एडीजी ने बताया कि जो परीक्षार्थी परीक्षा देने के लिए दूसरे शहर गए हैं, उन्हें वापस घर भेजने के लिए शासन ने परिवहन बस को निर्देशित किया है। परीक्षार्थी अपना एडमिट कार्ड दिखाकर नि:शुल्क यात्रा कर सकते हैं। परीक्षार्थियों को हर संभव मदद की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि परीक्षा दो पालियों में होनी थी। पहली पाली में सुबह 10 से 12.30 बजे के बीच प्राथमिक स्तर और दूसरी पाली दोपहर 2.30 से 5 बजे के बीच उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा होनी थी। पहली पाली में प्रदेश के 2554 केंद्रों पर प्राथमिक स्तर की परीक्षा होनी थी। इस बार यूपीटीईटी में 21 लाख 65 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। जानकारी के अनुसार मेरठ और प्रयागराज से सात लोगों को पकड़ा गया है। इनके फोन से पेपर शेयर हो रहे थे। इसमे कुछ चिन्हित सॉल्वर गैंग के लोग हैं। एसटीएफ पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।