यूपी की नौकरशाही से जुड़ी सबसे बड़ी खबर आ रही है. सूत्रों के हवाले से पता चला है कि यूपी के डीजीपी एचसी अवस्थी (UP DGP HC Awasthi) ने सेवा विस्तार की पेशकश को ठुकरा दिया है. ग़ौरतलब है कि यूपी के डीजीपी एचसी अवस्थी इसी महीने 30 जून को रिटायर हो रहे हैं।
नए डीजीपी (DGP) के चयन की प्रक्रिया का पालन करते हुए यूपी सरकार ने उपयुक्त आईपीएस अधिकारियों का एक पैनल यूपीएससी को भेजा था. बताया जाता कि सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला देते हुए यूपीएससी ने अधिकारियों का वो पैनल यूपी सरकार को वापस भेजा दिया।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक किसी भी अधिकारी को 2 साल तक डीजीपी पद पर नियुक्त किया जा सकता है ऐसे में अवस्थी का कार्यकाल जनवरी 2021 में खत्म होगा। डीजीपी चुनने की प्रक्रिया में सरकार को तीन माह पहले राज्य के अगले डीजीपी के लिए यूपीएससी को पैनल भेजना होता है, ऐसे में मुश्किल बढ़ गई है।
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यूपीएससी के इस जवाब के बाद राज्य सरकार ने डीजीपी एचसी अवस्थी को जनवरी तक सेवा विस्तार की पेशकश की लेकिन सूत्रों के अनुसार एचसी अवस्थी ने सरकार की इस पेशकश को न मानते हुए सेवा विस्तार लेने से मना कर दिया है। बताया जा रहा है कि एचसी अवस्थी ने सरकार को लिख कर दिया है कि वो 30 जून को ही रिटायरमेंट लेना चाहते हैं।
एचसी अवस्थी के इस जवाब के बाद देखना होगा कि क्या सेवा विस्तार न लेने को उनका इस्तीफा माना जाएगा? इस पर लखनऊ के सत्ता के गलियारे में अंदरखाने बहस जारी है।
इस बात की चर्चा तेज हो गई कि यूपी का अगला डीजीपी कौन होगा। उधर नया डीजीपी कौन होगा इसको लेकर कवायदें भी तेज हो गईं। 1986 बैच से 1990 बैच के आईपीएस के चयन के लिये संभावित नामों की लिस्ट तैयार होने लगी। वरीयता सूची में आगे आने वाले अफसरों के नाम भी सामने आने लगे। सूत्रों के मुताबिक डीजीपी बनने की राह में सबसे आगे चल रहे नामों में आरपी सिंह, मुकुल गोयल और नासिर कमाल तीन प्रमुख नाम हैं।
महानिदेशक पद के लिये प्रक्रिया के तहत 31 नामों पर विचार किया जाएगा। उन्हीं नामों पर विचार किया जा सकता है जिनका सेवा कार्यकाल छह महीना या उससे अधिक बचा हो। नियम के मुताबिक पुलिस महानिदेशक बनने के लिये छह महीने का सेवा कार्यकाल होना जरूरी है।