लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) के निर्देश पर तथा ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) के मार्गदर्शन में प्रदेश में सौर ऊर्जा एवं बायो एनर्जी के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए नई सौर ऊर्जा नीति-2022 बनायी गयी है। सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ाने तथा इसके माध्यम से नवयुवकों को रोजगार देने के भी प्रयास किये जा रहे हैं।
निदेशक UPNEDA अनुपम शुक्ला (Anupam Shukla) ने आज शक्ति भवन में मीडिया को सम्बोधित करते हुए बताया कि सौर ऊर्जा के तहत मऊ जनपद के घोसी में प्रदेश सरकार की ओर से UPNEDA का प्रशिक्षण केन्द्र संचालित किया गया है। इस प्रशिक्षण केन्द्र में 30 प्रशिक्षणार्थियों के लिए आवासीय प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की गयी है।
इसमें सूर्यमित्र को प्रशिक्षण के साथ उनका कौशल विकास मिशन के तहत भी प्रशिक्षण कराया जायेगा। साथ ही प्रशिक्षणार्थियों के बौद्धिक विकास एवं शारीरिक दक्षता के लिए केन्द्र में ओपेन जिम एवं योग केन्द्र का भी निर्माण कराया जायेगा। इस प्रशिक्षण केन्द्र के संचालित होने से मऊ जनपद एवं आस-पास के क्षेत्रों के युवकों के लिए रोजगार के अवसर मिलेंगे।
अनुपम शुक्ला ने कहा कि नगरपालिका मऊ के विभिन्न चौराहों का सौन्दर्यीकरण करने के लिए हाईराईज सोलर लाइटां की स्थापना करायी जायेगी। साथ ही मिर्जाहादीपुर एवं भीटी चौराहे पर सोलर-ट्री की स्थापना करायी जायेगी। इसके अतिरिक्त घोसी के सरायसादी में यूपीनेडा की भूमि पर 05 मेगावाट की क्षमता का एक ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लांट की भी शीघ्र स्थापना करायी जायेगी।
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इससे उत्पादित विद्युत को ओपेन एक्सेस के माध्यम से थर्ड पार्टी को अथवा यूपीपीसीएल को पीपीए के आधार पर विक्रय किया जायेगा। इस सोलर पावर प्लांट की स्थापना से उस क्षेत्र का विकास होगा तथा प्रदेश में सौर ऊर्जा के विकास में बढ़ावा मिलेगा तथा स्थानीय स्तर पर नवयुवकों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।