कोरोना की दूसरी लहर के दौरान यूपी में सरकारी सिस्टम ध्वस्त हो गया था, बड़ी संख्या में लोगों की मौत इलाज न मिल पाने की वजह से हो गई लेकिन अब कहानी बदल गई।ऑस्ट्रेलिया के सांसद क्रैग केली ने सीएम योगी आदित्यनाथ के कोरोना प्रबंंधन को अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल के जरिए सराहा है। उन्होंने लिखा- क्या कोई ऐसा रास्ता है कि कुछ दिन के लिए योगी आदित्यनाथ हमें मिल सके जिससे हमारे यहां दवा की किल्लत को दूर किया जा सके।
हालांकि उस ट्वीट में कमेंट करने वाले तमाम लोगों ने इसे प्रचार बताया, कहा- उत्तर प्रदेश की जनता ही जानती है कि उसके यहां प्रबंधन कितना बेहतर था। एक अन्य यूजर ने लिखा- अप्रैल और मई महीने में यूपी के भीतर अस्पतालों में बेड नहीं थे, दवाईयां दस गुना अधिक दााम पर बेची जा रही थी कोई इसे कैसे भूल सकता है।
https://twitter.com/CraigKellyMP/status/1413742414360055808?s=20
दरअसल, क्रैग केली ने 10 जुलाई को अपने ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया जो जमकर वायरल हो रहा है। क्रैग को यूपी का कोरोना वायरस प्रबंधन का मॉडल इतना पसंद आया कि वह सोशल मीडिया पर सीएम योगी की तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाए।
उन्होंने लिखा है, भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश… क्या कोई ऐसा रास्ता है जिससे वे हमें अपना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुछ दिनों के लिए दे सकते हैं जिससे कि वो आइवरमेक्टिन (दवा) की किल्लत से हमें निकाल सकें। जिसकी वजह से हमारे राज्य में निराशाजनक स्थिति पैदा हो गई है।’
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इसके अलावा उन्होंने कहा कि क्रैग ने एक ट्वीट पर यह जवाब दिया है जिसमें यूपी में कोरोना के मामलों के बारे में कुछ आंकड़े बताए गए हैं। जे चाइमी ने डाटा साझा करते हुए लिखा है, पिछले 30 दिनों में. भारत का 17 प्रतिशत आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 2.5 प्रतिशत मौत के मामले रहे और एक प्रतिशत से भी कम कोरोना के मामले रहे। महाराष्ट्र में भारत की 9 प्रतिशत आबादी है और यहां 18 प्रतिशत कोरोना के मामले रहे और कुल मौत का पचास फीसदी आंकड़ा भी यहीं से रहा है। महाराष्ट्र भारत का फार्मा हब है और यूपी आइवरमेक्टिन के इस्तेमाल में चैम्पियन।