लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम (UP Vidyut Utpadan Nigam) द्वारा लम्बे समय से प्रदेश की विद्युत इकाइयों को सस्ता कोयला उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार के कोयला एवं विद्युत मंत्रालय से प्रयास किया जा रहा था। विद्युत उत्पादन निगम को सफलता मिल गयी है, पारीक्षा तापीय परियोजना के लिये अब सस्ता कोयला मिलेगा।
उप्र पावर कारपोरेशन एवं उत्पादन निगम (UP Vidyut Utpadan Nigam) के अध्यक्ष एम0 देवराज (M Devraj) ने शुक्रवार को यहां बताया कि सस्ते कोयले के कारण पारीक्षा से उत्पादित विद्युत की उत्पादन लागत कम होगी। इससे 920 (250×2ए, 210×2) मेगावाट की पारीक्षा ईकाई से उत्पादित विद्युत की लागत में लगभग 400 करोड़ रुपये की प्रतिवर्ष कमी आयेगी।
एम0 देवराज ने बताया कि पारीक्षा तापीय परियोजना उत्पादन निगम की बुन्देलखण्ड में स्थापित परियोजना है। इसके कोयले का अधिकांश लिंकेज भारत कोकिंग कोल लि0 (बीसीसीएल) से है। बीसीसीएल का कोयला अन्य कोल कम्पनियों के सापेक्ष मंहगा पड़ रहा था, जिसके कारण पारीक्षा परियोजना की उत्पादित बिजली मंहगी पड़ रही थी।
उन्होंने बताया कि ऊर्जा मंत्री (AK Sharma) के कुशल मार्गदर्शन में निगम प्रबन्धन द्वारा लम्बे समय से लगातार केन्द्र सरकार के कोयला एवं विद्युत मंत्रालय से किये गये अनुरोध के परिणाम स्वरूप बीसीसीएल से प्राप्त होने वाला कोयला अब नार्दन कोल फील्ड लि0 (एनसीएल) को स्थानान्तरित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पारीक्षा को लगभग 23.31 लाख टन कोयला बीसीसीएल से प्राप्त हो रहा है।
उप्र विद्युत उत्पादन निगम को पारीक्षा तापीय परियोजना के लिये मिलेगा सस्ता कोयला
अध्यक्ष ने कहा कि इस स्थानान्तरण के अनुसार कोयला आपूर्ति होने से निगम को लगभग 400 करोड़ रूपया प्रतिवर्ष उत्पादन लागत के व्यय में कमी आयेगी, जिससे प्रदेश को सस्ती बिजली प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने यह भी कहा कि निगम विद्युत उत्पादन लागत को कम करने के लिये लगातार प्रयासरत है।