रामपुर। नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के खिलाफ देश के कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन जारी है। वहीं शनिवार को रामपुर में हुए पथराव-आगजनी में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है। यह घटना थाना सिविल लाइन और कोतवाली शहर क्षेत्र की बताई जा रही है। राजधानी लखनऊ के खदरा इलाके में हिंसक प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों के स्केच शनिवार को जारी किया है।
Rampur: Police used tear gas shells against protesters after they pelted stones during protest against #CitizenshipAmendmentAct, earlier today. pic.twitter.com/IHF1cYa3OM
— ANI UP (@ANINewsUP) December 21, 2019
हालांकि रामपुर जिला प्रशासन ने मौत की पुष्टि नहीं की है। बताया जाता है कि प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी और फायरिंग की। वहीं प्रदर्शनकारियों ने कई बाइकों में आग लगा दी। जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान एक युवक की मौत हो गई। दूसरी ओर उलेमा ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराने की कोशिश की।
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Praveen Kumar, IG(Law&Order): In protest against #CitizenshipAmendmentAct since Dec 10 in state, 705 people arrested&around 4500 people released after preventive arrest.15 casualties have happened,&263 police personnel were injured of which 57 personnel received fire arm injuries pic.twitter.com/L4d7GKDdHG
— ANI UP (@ANINewsUP) December 21, 2019
यूपी हिंसा पर यूपी के आईजी लॉ एंड ऑर्डर प्रवीण कुमार का बयान आया है। उन्होंने कहा कि यूपी की हिंसा में अब तक 705 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं इन प्रदर्शन के दौरान 263 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
संशोधित नागरिकता कानून के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न के कारण देश में शरण लेने आए हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन और बौद्ध धर्म के उन लोगों को भारत की नागरिकता दी जाएगी, जिन्होंने 31 दिसंबर 2014 तक भारत में प्रवेश कर लिया था। ऐसे सभी लोग भारत की नागरिकता के लिए आवेदन कर सकेंगे। इस कानून के विरोधियों का कहना है कि इसमें सिर्फ गैर मुस्लिमों को नागरिकता देने की बात कही गई है।