UP Police

आपके फोन पर उपलब्ध है उत्तर प्रदेश पुलिस

237 0

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आम नागरिकों की सहूलियत का पूरा ध्यान रख रही है। खासतौर पर कानून व्यवस्था चाक चौबंद करने के साथ-साथ सरकार का प्रयास है कि लोगों को कानून की सेवा झटपट मिल सके। इसके लिए लोग चौकी और थानों के चक्कर न लगाएं। इसी के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) की वर्चुअल एप्लीकेशन ‘यूपीकॉप’ की शुरुआत की गई थी।

योगी सरकार (Yogi Sarkar) के पहले कार्यकाल में प्रयास किया गया था कि उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police)  लोगों की ‘मित्र’ बनकर उन्हें सेवाएं प्रदान करे। सरकार का यह प्रयास दूसरे कार्यकाल में फलीभूत होता नजर आ रहा है। इसका उदाहरण है कि यूपीकॉप एप (UPCOP App) को बीते 3 माह में 15 लाख से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है।

3 माह पहले तक यह संख्या महज 10 लाख थी जो अब बढ़कर 25 लाख से ज्यादा हो गई है। यह इस बात का परिचायक है कि उत्तर प्रदेश सरकार की वर्चुअल पुलिस पर आम लोगों का भरोसा तेजी से बढ़ रहा है।

3 माह में दर्ज की गईं कई उपलब्धियां

अपर पुलिस महानिदेशक (तकनीकी सेवाएं) मोहित अग्रवाल के मुताबिक, यूपी पुलिस पर आम नागरिकों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है। यूपीकॉप के डाउनलोड की संख्या ही नहीं, बल्कि इस पर उपलब्ध सेवाओं का भी लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। एफआईआर डाउनलोड की संख्या जो तीन माह पूर्व सिर्फ 60 लाख थी, वह बढ़कर 1.24 करोड़ पहुंच गई है। ई-एफआईआर और सामान खोने की रिपोर्ट की संख्या में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यही नहीं, सत्यापन सेवाओं का गत 3 माह में लगभग 4 लाख लोगों द्वारा प्रयोग किया गया। पूर्व में यह संख्या सिर्फ 15 से 20 हजार प्रतिमाह रहती थी।

27 तरह की सेवाएं

अपर पुलिस महानिदेशक (तकनीकी सेवाएं) मोहित अग्रवाल के मुताबिक, यूपीकॉप मोबाइल एप सर्वाधिक लोकप्रिय एप बना हुआ है। गूगल के प्ले स्टोर पर इसे 4.3 की स्टार रेटिंग मिली है। इस एप की मदद से उत्तर प्रदेश पुलिस की 27 तरह की सेवाओं का लाभ बिना थाने या चौकी जाए उठाया जा सकता है।

प्रदेश की पुलिस को मॉडर्न और टेक्नो सेवी बना रही योगी सरकार

इनमें ई-प्राथमिकी पंजीकरण, एफआईआर देखने व डाउनलोड करने, खोई वस्तु का पंजीकरण, चुराए गए या बरामद किए गए वाहन का विवरण, खराब व्यवहार की सूचना देना, चरित्र प्रमाण पत्र, किरायेदार सत्यापन, घरेलू सहायता सत्यापन, कर्मचारी सत्यापन, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, जुलूस अनुरोध, विरोध या हड़ताल पंजीकरण अनुरोध, इनामी अपराधियों की फोटो सहित विवरण, अज्ञात शव का विवरण, लापता व्यक्तियों की फोटो सहित विवरण एवं साइबर जागरूकता के बारे में जानकारी और वाहन एनओसी प्राप्त करने जैसी सुविधाओं का लाभ लिया जा सकता है।

ई-एफआईआर कराना आसान

मुख्य रूप से अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध ई-एफआईआर के जरिए बिना थाना गए कहीं से भी मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है। एफआईआर की कॉपी मोबाइल पर प्राप्त की जा सकती है। ई-एफआईआर के तहत 6 तरह के मामलों में पंजीकरण हो सकता है। इनमें चोरी (चैन, पर्स, मोबाइल, वाहन), लूट, नकबजनी, साइबर अपराध, जाली भारतीय मुद्रा और नाबालिग बच्चों की गुमशुदगी शामिल है। प्रदेश की अधिकाधिक जनता के भाषायी हितों को देखते हुए इसे हिंदी एवं अंग्रेजी में देखने का विकल्प उपलब्ध है।

बैन कर पाएंगे गैरकानूनी एप

सेवाओं के साथ-साथ एप में कई और अनोखी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। इन्हीं में से एक है अनइंस्टॉल बैन्ड एप। यदि आपके फोन पर गलती से कोई ऐसी एप डाउनलोड हो गई है, जो सरकार की सूची में नहीं है या फिर गैरकानूनी है तो इस फीचर के इस्तेमाल से आप उस एप को अनइंस्टॉल कर पाएंगे।

नशे के विरुद्ध ‘योगी का युद्ध’, 23 दिन में 12 अपराधियों की हुई गिरफ्तारी

Related Post

GBC

ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए अयोध्या में निवेशकों में दिख रहा उत्साह

Posted by - June 24, 2023 0
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi)  की अगुवाई में यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के सफल आयोजन के बाद अब…
नेट बैंकिंग के जरिये विदेश में धन ट्रांसफर करता था सलीम

नेट बैंकिंग के जरिये विदेश में धन ट्रांसफर करता था सलीम

Posted by - March 2, 2021 0
यूपी एसटीएफ द्वारा अयोध्या से गिरफ्तार किये गये नेपाली नागरिक सलीम ने खुलासा किया है कि उसके साथ के कई अन्य नेपालियों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिये बैंक खाता खोलवाकर रुपये लेन-देन कर रहे हैं। ऐसे लोगों ने यूपी के विभिन्न शहरों में यहां की आईडी तक बनवा रखी है। सलीम से पूछताछ के बाद एसटीएफ उसके ऐसे कई नेपाली नागरिकों की तलाश कर रही है। सलीम को सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। वह वाट्सएप कॉल के जरिए पाकिस्तान, सऊदी अरब और सूडान के नागरिकों से भी बात भी करता था। उसके पास से फर्जी आधार कार्ड और नेपाली दस्तावेज बरामद हुए थे। शाहजहांपुर में 3 स्कूली छात्राएं लापता यूपी एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि सलीम की गिरफ्तारी के बाद उसके गहन पूछताछ की गयी। पूछताछ में बताया कि उसके साथ नेपाल से आये कई और साथियों ने यूपी के विभिन्न जिलों में फर्जी दस्तावेज तैयार कर विभिन्न बैंकों में खाते खुलवा रखे हैं जिनके जरिये वे लोग रुपये का ट्रांजेक्शन करते हैं। वे लोग नेट बैंकिग के जरिये विदेशों में धन ट्रांसफर कर रहे हैं। सलीम ने ऐसे अपने कई साथियों के नाम पते भी बताए हैं। सलीम से पूछताछ के बाद एसटीएफ ऐसे लोगों के बारे में पता लगाने में जुटी है। नेपाल के बांके जिले के लक्षनपुर, नेपालगंज का रहने वाले मो. सलीम खान को यूपी एसटीएफ ने कल गिरफ्तार किया था। दरअसल, एसटीएफ को काफी समय से सूचना मिल  रही थी कि एक संदिग्ध व्यक्ति अयोध्या व उसके आस पास के जिलों में अलग-अलग स्थान पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपनी पहचान को छिपाकर रह रहा है। इस सूचना पर एसटीएफ की एक टीम छानबीन में लगायी गयी थी। जांच में पता चला कि ये व्यक्ति नेपाली नागरिक सलीम खान है। उसने अपनी जन्म तिथि व अन्य पहचान छिपाकर फर्जी दस्तावेज से अपना आधार बनवाया है जिसका नम्बर 381360937629 है। उसी आधार पर उसने भारतीय मोबाइल सिम कार्ड लिया है और वर्ष-2016 में श्रावस्ती में इलाहाबाद व इण्डियन बैंक की हेमपुर ब्रांच में खाता संख्या खुलवाया है। यूपी पंचायत चुनाव में इस बार उम्मीदवारों को मिलेंगे ये चिन्ह…
BSP Worker indra sen maurya

पंचायत चुनाव से पहले BSP कार्यकर्ता का आरोप, टिकट के लिए 5 लाख की डिमांड

Posted by - March 13, 2021 0
जौनपुर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दस्तक के साथ ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में टिकट के लिए मारामारी शुरू हो…
शराब माफिया गिरोह के विरूद्ध की गयी प्रभावी कार्यवाही पर राज्य सरकार ने मुजफ्फरनगर की पुलिस टीम दिया दो लाख रूपये का इनाम

शराब माफिया गिरोह के विरूद्ध की गयी प्रभावी कार्यवाही पर राज्य सरकार ने मुजफ्फरनगर की पुलिस टीम दिया दो लाख रूपये का इनाम

Posted by - March 5, 2021 0
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में कुख्यात अपराधियों  की धर-पकड़ हेतु चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत जनपद…