ट्रेनिंग में कमजोर साबित हुए कई पुलिसवालों (up police) की तैनाती बार्डर से लगे थानों पर है। ऐसे ही एक थाने के इंचार्ज से काफी मशक्कत के बाद भी पिस्टल नहीं खुली। थानेदार आसपास खड़े अन्य पुलिसकर्मियों को सिखाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन जब देर तक वह पिस्टल नहीं खोल पाए।
विधानसभा में बोले CM योगी आदित्यनाथ- ढाई साल का बच्चा टोपी पहने व्यक्ति को समझता है गुंडा
बार्डर पर ही तैनात एक अन्य थानेदार से एसपी प्रदीप गुप्ता ने 45 डिग्री पर टीयर गन चलाने को कहा। थानेदार टीयर गन लेकर खड़े तो हो गए, 45 डिग्री और 90 डिग्री में कोई फर्क नहीं कर पाए। आसपास खड़े दूसरे थानेदारों (up police) ने उनकी मदद की तब वह टीयर गन चला पाए। एक अन्य थानेदार (up police) बुलेट का पैकेट फाड़ने में भी असफल रहे। ट्रेनिंग के दौरान पम्प एक्शन गन, टीयर गैस गन, टीयर गैस सेल जैसे कई एंटी राइट एक्यूपमेंट के प्रयोग के लिए सिलसिलेवार थानेदारों (up police) और उप निरीक्षकों (up police) को मौका दिया गया।