लखनऊ। उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के दूसरे दिन भी वृंदावन योजना में विभिन्न सत्रों का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में किए जा रहे प्रस्तावों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya)और उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने अपने विचार रखें।
उत्तर प्रदेश के ‘ हेल्थ केयर थ्रू द इन्वेस्टर लेंस पोस्ट कोविड सेनारियो ‘ नाम से आयोजित सेशन में सरकार के वरिष्ठ आधिकारियों ने स्वास्थ्य सेवाओं में हुए विस्तार को लेकर अपने विचार साझा किए। सत्र को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक उत्तम प्रदेश है क्योंकि यहां विकास की भी बड़ी विरासत है। डबल इंजन सरकार की वजह से आज उत्तर प्रदेश बेस्ट इंवेस्टमेंट डेस्टिनेशन की तरफ आगे बढ़ रहा है। आज उत्तर प्रदेश दुनिया को राह दिखाने वाला प्रदेश बन चुका है। वही देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हेल्थ का डाइमेंशन बढ़ा दिया। इसके साथ ही हैल्थ को डेवलपमेंट के साथ जोड़ने का काम किया है। हमारी सरकार pro-poor, pro-farmers लेकिन इंडस्ट्री फ्रेंडली सरकार है।
वहीं डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) में निवेशकों का हार्दिक आभार जताते हुए बताया कि 2017 से पहले इसी उत्तर प्रदेश में सिपाही और कप्तान भी सुरक्षित नहीं हुआ करते थे। कोई भी बड़ा निवेशक यहां निवेश करने से बचता था। लेकिन आज उत्तर प्रदेश की योगी सरकार निवेशकों को निवेश करने के साथ एक स्वच्छ माहौल भी प्रदान कर रही है।
उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा आबादी वाला प्रदेश है ऐसे में यहां स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े विस्तार की जरूरत है। आज प्रदेश के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज है। यही नहीं डिप्टी सीएम ने निवेशकों से 25 हजार सब सेंटर्स में हैल्थ एटीएम लगाकर प्रदेश को स्वस्थ बनाने का आग्रह किया।
सत्र में विशेष अथिति के रुप में पधारे मेदांता अस्पताल के चेयरमैन डॉ नरेश त्रेहन ने अपने अनुभवों को साझा किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की ग्रामीण चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत करने को लेकर अपने सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि मैं लखनऊ में पढ़ा हूं और करीब 40 साल बाद मेरी अमेरिका से घर वापसी हुई है। उन्होंने कहा की उत्तर प्रदेश आज चिकित्सा के क्षेत्र में कई बदलाव देखने को मिले है। वहीं डॉक्टर पैथ लाभ के प्रबंध निदेशक डॉक्टर ओपी मनचंदा ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि आज उत्तर प्रदेश में ओपी मनचंदा ने सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारा 20 प्रतिशत इन्फ्रास्ट्रक्चर उत्तर प्रदेश में है। 90 प्रतिशत कलेक्शन सेंटर्स तहसील स्तर पर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश मेडिकल इक्विपमेंट का हब बन सके इसके लिए सरकार को हर तरह का प्रयास करना चाहिए।