आजमगढ़। उत्तर प्रदेश में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाला है। चुनाव से पहले जनता को लुभाने के लिए समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को आजमगढ़ में मेधावी छात्रों को लैपटॉप बांटे। इस दौरान, उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज भी कसा। उन्होंने दावा किया कि, उन्हें (सीएम योगी) लैपटॉप का उपयोग करना नहीं आता है।
इसके साथ ही अखिलेश यादव ने सीएम योगी द्वारा छात्रों को लैपटॉप वितरित करने के वादे पर निशाना साधते हुए पूछा कि, 4.5 सालों में उन्होंने कितने टैबलेट दिए गए। उन्होंने कहा कि, नई पीढ़ी नई तरीके से पढ़ाई करना चाहती है। इसीलिए हमने मेधावी बच्चों को लैपटाप देने का फैसला किया था। कोरोना काल में वही लैपटाप बच्चों के पढ़ाई के काम आया। हमारे इस फैसले से बाबा सोच में पड़ गए हैं कि कौन आ रहा है तो कहना चाहूंगा कि हमारा लैपटाप खोल लें, पता चल जाएगा, जिसमें हम और नेताजी ही दिखाई देंगे। प्रदेश की 24 करोड़ लोग भाजपा का सफाया कर देंगे, लेकिन वह चलाना ही नहीं जानते, चलाना जानते तो बांटा होता।
पूर्व सीएम ने कहा कि हमारी सरकार में गांव में बैठे लोगों को इलाज उपलब्ध कराने के लिए 102 और 108 नंबर की एंबुलेंस चलाई गई। 100 नंबर पुलिस की व्यवस्था की, ताकि लोगों को तुरंत पुलिस पहुंच जाए। भाजपा सरकार ने उस नंबर को 112 कर दिया, लेकिन पुलिस तो अब भी पहुंच रही है। सरकार केवल नाम बदलना जानती है, शिलान्यास का शिलान्यास और उद्घाटन का उद्घाटन कर रही है।
पूर्व सीएम ने कहा कि हमारी सरकार होती, तो पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे देश की सबसे अच्छी सड़क होती, लेकिन भाजपा सरकार ने सड़क को खराब कर दी। इस पर सफर करने वालों को पेट और कमर में दर्द हो जाएगा। यही नहीं मेरी सरकार होती, तो अब तक इसका लोकार्पण हो गया होता। दावा किया कि जिस तरह से हमने आगरा की सड़क पर जहाज उतारा था उसी तरह से सरकार बनने पर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर जहाज उतारने के बाद ही इसका लोकार्पण होगा। उन्होंने किसानों, बेरोजगारों, नौजवानों की समस्याओं के साथ महंगाई पर भी विस्तार से चर्चा की।
बता दें कि, यूपी में राजनीतिक पार्टियां जमकर चुनाव प्रचार कर रही हैं। भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए राजनीतिक पार्टियों के बीच गठजोड़ भी शुरू है। अखिलेश यादव ने कहा है कि सपा केवल 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए छोटे राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन करेगी।