लखनऊ। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा 2020 के लिए लखनऊ जिले में 111 परीक्षा केंद्रों की सूची फाइनल कर दी गई है। इसके अलावा, एक परीक्षा केंद्र जेल में बनाया जाएगा। बता दें कि लखनऊ जिले के लिए 119 परीक्षा केंद्र प्रस्तावित किए गए थे।
जो भी परीक्षा केंद्र विवादित थे उन्हें सूची से हटा दिया गया है और कई स्कूलों के सेंटर बदले गए हैं। यह जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने दी।
इस बार बोर्ड परीक्षा के लिए राजधानी से 1,01,396 छात्रों ने आवेदन किया है, जिसमें से 2,171 छात्र व्यक्तिगत हैं। इनके लिए बोर्ड ने 119 परीक्षा केंद्रों की सूची जारी की थी। गत वर्ष बोर्ड परीक्षा के लिए 1,00,489 छात्रों ने पंजीकरण कराया था। इनके लिए बोर्ड ने 144 परीक्षा केंद्र प्रस्तावित किए थे।
जैन साहित्य में शान्तिरस की प्रधानता, राष्ट्र गौरव है शान्ति रस : डॉ. अभय जैन
परीक्षा केंद्रों की सूची में कई ऐसे स्कूलों को शामिल किया गया है, जिनका हमेशा विवादों से नाता रहा है। नेशनल इंटर कॉलेज को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है। जबकि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा इसे डिबार करने की संस्तुति की गई थी। कॉलेज को यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए मूल्यांकन केंद्र भी नहीं बनाया गया।
सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के दौरान एसटीएफ ने यहां छापा मारकर नौ सॉल्वरों का गैंग पकड़ा था। इसके अलावा एस पब्लिक इंटर कॉलेज कुराखर माल, श्री महेश सिंह सरस्वती इंटर कॉलेज लतीफपुर माल, नन्हें सिंह स्मारक इंटर कॉलेज, चंद्रशेखर आजाद गहदों, कुंवर आसिफ अली इंटर कॉलेज को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है। बोर्ड परीक्षा के दौरान गड़बड़ियों को अंजाम देने और छात्रों के पंजीकरण में गड़बड़ियों के कारण ये कॉलेज चर्चा में रहे हैं।
इस बार कई ऐसे स्कूलों को भी केंद्र बना दिया गया है, जिनका नाम कम ही लोग जानते हैं। इस फैसले पर शिक्षकों ने हैरानी जताई है। हालांकि डीआईओएस ने बताया कि अभी परीक्षा केंद्रों की समीक्षा की जाएगी, उसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा। परीक्षा केंद्रों की सूची में ज्यादा से ज्यादा निजी व वित्तविहीन स्कूलों को शामिल किए जाने पर शिक्षकों ने निर्धारण प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। जबकि केंद्र निर्धारण नियमों के अनुसार पहले राजकीय, सहायता प्राप्त और बाद में निजी व वित्तविहीन स्कूलों को प्राथमिकता दिया जाना है।