वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने गुरुवार की सुबह विधानसभा सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही बजट को सदन में रखा। इससे पहले उन्होंने कहा कि सभी विधयकों को पंचायत चुनाव की दृष्टि से क्षेत्र में जाना है। उन्होंने कहा कि नेता विरोधी दल सबसे पुराने सदस्य हैं। चौधरी जी हमेशा उधर से सोले फेंकते रहे हैं। इधर की चिंगारी हल्की पड़ती थी लेकिन आज इनमें बदलाव दिखा है। भगवान इन्हें ऐसे ही सद्बुद्धि प्रदान करे,उन्हें बधाई दी। लालजी वर्मा के प्रति भी खन्ना ने धन्यवाद दिया और कहा कि राजनीति को धर्म से अलग नहीं करना चाहिए. धर्म हमे कर्तव्य सिखाता है। भगवद्गीता के श्लोक के साथ सदन में विपक्ष को धन्यवाद दिया।
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि सदन की कार्यवाही कम करना लोकतंत्र की हत्या करने जैसा है। मैं इसका विरोध करता हूँ। चौधरी ने कहा कि प्रदेश के विकास का मामला है। हम बजट तो पास कराएंगे ही लेकिन इतना जल्दी से क्यों पास किया जाए। सदन की कार्यवाही पूर्व से घोषित कार्यक्रम के अनुसार 10 मार्च तक चलना ही चाहिए। यह सरकार लोकतंत्र विरोधी है। संविधान विरोधी है. इसलिए हम इसका विरोध करते हैं। सदन में यह हमारे अधिकार हैं. उसमें कटौती नहीं किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने सदन से बहिर्गमन किया।
बसपा नेता विधानमंडल दल लालजी वर्मा ने कहा कि मुझे उस दिन खुशी हुई थी जब मुख्यमंत्री ने पहली बार सर्वदलीय बैठक में यह कहा था कि हम 90 दिन से भी अधिक सदन को चलाएंगे। हमारा उद्देश्य है कि अनुदान मांगों के लिए 24 दिन होना चाहिए। हम लोग 10 दिन पर ही राजी हो गए। उसमें भी कटौती की जा रही है। यह सरकार लोकतंत्र को कुचलाना चाहती है। सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभी विधायक यह चाहते हैं कि सदन की कार्यवाही ज्यादा चले। यह पहली बार हो रहा है जब प्रश्नकाल भी नहीं चलने दिया जा रहा है। प्रश्नकाल में ही बजट पास कराया जा रहा है. इसलिए बसपा सदन से वाकआउट करती है।
नेता विधानमंडल दल कांग्रेस आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि मुझे लगता है कि यह पहली बार ऐसा सदन है जिसमें इतनी बड़ी संख्या में पहली बार चुनकर आने वाले विधायकों की संख्या काफी ज्यादा है। सरकार का यह कदम पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने लोकतंत्र की और संविधान की धज्जियां उड़ाई हैं। व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि जब प्रदेश में राम राज्य स्थापित है तो सरकार को आय व्यय की मांगों पर चर्चा कराने से भागना नहीं चाहिए।
धन्यवाद भाषण में नरम दिखा विपक्ष
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने अपने धन्यवाद भाषण में कहा कि विधानसभा अध्यक्ष जी आपने हमें एक अभिभावक की तरह यहां सदन में संरक्षण दिया है। आप में मेरा पराया का भाव कभी प्रकट नहीं होने दिया। सीएम योगी और वित्त मंत्री को धन्यवाद दिया। नेता प्रतिपक्ष ने सदस्यों के सवालों का उत्तर देने के लिए अभी मंत्रियों के साथ ही सभी दलीय नेताओं के प्रति भी धन्यवाद ज्ञापित किया। अंत में उन्होंने शेयर पढ़कर भाषण समाप्त किया। उन्होंने कहा कि झूठ सच्चाई का हिस्सा हो गया है एक तरह से यह भी अच्छा हो गया असली जादू जादू भरी तकरीर की तो कौम का नुकसान पूरा हो गया है।
बसपा नेता विधानमंडल दल लालाजी वर्मा ने कहा कि आज सत्र स्थगित करने का विचार बना लिया है, अच्छा होता 10 मार्च तक चलता, लेकिन आप के नेतृत्व में अच्छी तरह चला, इसके लिए आपको धन्यवाद देता हूं। सभी को धन्यवाद और आभार व्यक्त किया. कम दिन ही सही लेकिन सदन ठीक ढंग से चला. इन्ही शब्दों के साथ सभी सदस्यों का धन्यवाद। नेता विधानमंडल कांग्रेस आराधना मिश्रा ने धन्यवाद प्रस्ताव में कहा की कम से कम 200 हैंड पम्प, 10 किलोमीटर सड़क दे, विधायकों को महंगाई भत्ता को बढाने का अनुरोध किया।