उन्नाव। उन्नाव गैंगरेप पीड़िता को जिंदा जलाने के मामले में चश्मदीद रविंद्र प्रकाश ने मीडिया ने बात की है। रविंद्र ने बताया कि जिंदा जलाए जाने के बाद पीड़िता करीब एक किलोमीटर तक दौड़ते हुए उनके पास मदद के लिए पहुंची थी। इसके बाद उसके फोन से पीड़िता ने खुद ही 100 नंबर पर डायल किया। इसके बाद पुलिस को घटना की सूचना दी। पीड़िता से बात के बाद पीआरवी और पुलिस मौके पर पहुंची है।
रविंद्र प्रकाश ने बताया कि वह वहां से दौड़ती हुई चली आ रही थी और बचाओ-बचाओ चिल्ला रही थी। जब हमने पूछा कौन तो उसने बताया कि अपनी पहचान बताई? रविंद्र कहते हैं कि हम डर गए, वह पूरी तरह से जली हुई थी। हमें लगा ये चुड़ैल है। हम पीछे भागे और डंडा उठाया इस दौरान हमने कुल्हाड़ी लाओ, कुल्हाड़ी लाओ आवाज भी लगाई।
रविंद्र आगे बताते हैं कि पहचान जानने के बाद भी हमारा डर कम नहीं हुआ और उससे दूर खड़ा रखा। इसके बाद पीड़िता ने हमसे फोन मांगा और खुद ही 100 नंबर पर बात की, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उसे लेकर चली गई।
उधर, पुलिस ने इस मामले में दो नामजद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपियों को अभियुक्त बनाया गया है। उनके खिलाफ 307, 326, 506 धारा में केस दर्ज किया गया है।