उन्नाव । उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में संदेहास्पद परिस्थितियों में दलितों बहनों के मौत मामले में सियासत शुरू हो गई। गुरुवार की सुबह बसपा और सपा के नेताओं ने पीड़ित पक्ष के घर के बाहर धरना दिया, तो वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी (priyanka gandhi) ने इस मुद्दे पर सोशल मीडिया के जरिए प्रतिक्रिया दी है। प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर पीड़ित परिवार को नजरबंद करने का आरोप लगाया है।
प्रियंका गांधी ने तीसरी बच्ची को दिल्ली शिफ्ट करने की मांग की
प्रियंका गांधी (priyanka gandhi) ने कहा कि उन्नाव की घटना दिल दहला देने वाली है। लड़कियों के परिवार की बात सुनना एवं तीसरी बच्ची को तुरंत अच्छा इलाज मिलना जांच-पड़ताल एवं न्याय की प्रक्रिया के लिए बेहद जरूरी है। खबरों के अनुसार पीड़ित परिवार को नजरबंद कर दिया गया है। यह न्याय के कार्य में बाधा डालने वाला काम है। आखिर परिवार को नजरबंद करके सरकार को क्या हासिल होगा? यूपी सरकार से निवेदन है कि परिवार की पूरी बात सुने एवं त्वरित प्रभाव से तीसरी बच्ची को इलाज के लिए दिल्ली शिफ्ट किया जाए।
कानपुर में भर्ती किशोरी की हालत बिगड़ी
बुआ-भतीजी दो किशोरियों की मौत के बाद तीसरी किशोरी की हालत बिगड़ती जा रही है। कानपुर के अस्पताल में भर्ती किशोरी को सीसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है। डॉक्टरों की पूरी टीम उपचार में लगी है। अस्पताल में बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है, मीडिया कर्मियों को भी बाहर ही रोक दिया गया है। अस्पताल के हर फ्लार पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
गांव छावनी में तब्दील, पोस्टमार्टम के लिए बना पैनल
इस घटना के बाद से गांव में तनाव है। पीड़ित परिवार को मीडियो से मिलने नहीं दिया जा रहा है। पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों के बयान दर्ज किए हैं। DGP एचसी अवस्थी ने भी पुलिस अफसरों को गहराई से जांच व आरोपियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। बबुरिहा गांव पुलिस छावनी में तब्दील है। गांव के सभी रास्तों पर पुलिस ने बैरियर लगाए हैं। 9 CO, 19 थानाध्यक्ष और 70 सिपाही तैनात हैं। पोस्टमार्टम के लिए तीन डॉक्टरों का एक पैनल बनाया गया है। जिसमें शुक्लागंज CHC के प्रभारी डॉ. आशुतोष वार्ष्णेय, डॉक्टर डॉ संजीव कुमार व डॉ कौशलेंद्र शामिल हैं।
क्या है मामला?
उन्नाव में असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव में बुधवार की रात खेत में संदिग्ध हालत में तीन नाबालिग बहनें मिली थीं। जिनमें से दो की मौत हो गई थी। तीसरी अस्पताल में जिंदगी-मौत से जंग लड़ रही है। मुंह से झाग निकल रहा था। पुलिस की प्राथमिक जांच में जहरीला पदार्थ खाने से हालत बिगड़ने की आशंका जताई है। शुरुआत में यह खबर आई थी कि लड़कियों के हाथ पैर दुपट्टे से बंधे थे। लेकिन मृतकों की मां ने इससे इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि हाथ-पैर किसी चीज से बंधे नहीं थे।