उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) में बीते मंगलवार को एक दर्जी की दिनदहाड़े चाकू मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम लेक सिटी में अपराध स्थल का दौरा करने के लिए तरह तैयार है। ऐसी संभावनाएं हैं कि मामला आतंकवाद निरोधी एजेंसी को सौंपा जा सकता है। वीभत्स हत्या के शिकार हुये कन्हैयालाल (Kanhaiyalal) के परिजनों को 31 लाख के मुआवजे और परिवार को दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी दिये जाने की घोषणा की गई है।
वहीं इस मामले कन्हैयालाल और आरोपियों का समझौता करवाने वाले धानमंडी थाने के सहायक पुलिस उप निरीक्षक भंवरलाल को भी सस्पेंड कर दिया गया है। कन्हैयालाल के शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई को देखते हुये आसपास के पूरे इलाके भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखे हुये हैं। इसकी कार्रवाई के लिये पुलिस पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी अस्पताल पहुंच गये हैं।आरोपी कुछ आतंकवादी संगठनों के संपर्क में हो सकता है। जांच के लिए एनआईए की एक टीम के उदयपुर जाने की संभावना है।” सूत्र ने कहा कि जांच अपने हाथ में लेने के बाद एजेंसी एक नया मामला दर्ज कर सकती है, जिसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माना जा रहा है।
इस बीच, राजस्थान पुलिस ने मंगलवार शाम को उदयपुर में भीषण हत्या के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया, पुलिस महानिदेशक एम.एल. झाग। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान उदयपुर के सूरजपोल इलाके के निवासी गोस मोहम्मद, बेटे रफीक मोहम्मद और अब्दुल जब्बार के बेटे रियाज के रूप में हुई है। मृतक की पहचान राजसमंद जिले के भीमा कस्बे के रहने वाले कन्हैयालाल तेली (40) के रूप में हुई है, जो उदयपुर में सिलाई की दुकान चलाता था।
4 अन्य बागी विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे ने की कामाख्या मंदिर में पूजा
मंगलवार दोपहर को कन्हैयालाल को भीड़-भाड़ वाली सड़क पर उनकी दुकान के अंदर घुस कर दो लोगो ने मार दिया था, कन्हैयालाल ने निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा को सोशल मीडिया पर पैगंबर मुहम्मद पर उनकी विवादास्पद टिप्पणी पर समर्थन देने के लिए था। घटना का एक वीडियो जहां आरोपी ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी, सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। दस दिन पहले कन्हैयालाल ने नूपुर शर्मा के पक्ष में एक सोशल मीडिया पोस्ट डाला था। तभी से एक खास समुदाय के लोग उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे थे।