क्रिसमस पर तुलसी पूजन दिवस

क्रिसमस पर क्यूं लोग मना रहे हैं तुलसी पूजन दिवस?

2055 0

नई दिल्ली। 25 दिसंबर को क्रिसमस ईसाई धर्म के लोगों में खुशियों का सबसे बड़ा त्योहार है। इस दिन को खास अंदाज में सेलिब्रेट करने के लिए लोग क्रिसमस ट्री सजाते हैं और सैंटा बनकर गिफ्ट्स बांटते हैं। वहीं, ट्विटर पर कुछ लोग क्रिसमस का बहिष्कार कर तुलसी दिवस मनाने की अपील कर रहे हैं।

ट्विटर पर इस वक्त पर्यावरण विरोधी क्रिसमस और तुलसी पूजन दिवस जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। क्रिसमस पर तुलसी दिवस मनाने की अपील का कुछ लोग समर्थन कर रहे हैं। तो कोई इसका मजाक बना रहा है। ट्विटर पर कुछ यूजर क्रिसमस की बजाए तुलसी पूजन के समर्थन में खड़े नजर आ रहे हैं। इसके पीछे लोग पर्यावरण संरक्षण की दलील दे रहे हैं।

लोगों को कहना है कि क्रिसमस के मौके पर हरे-भरे पेड़ को काटने की बजाए तुलसी की पूजा करें। बता दें कि कई लोगों अपने पोस्ट में तुलसी के फायदों के बारे में भी बता रहे हैं। एक यूजर ने अपने पोस्ट में लिखा कि 25 दिसंबर को प्लास्टिक के पेड़ पर बल्ब लगाने की बजाए 24 घंटे ऑक्सीजन देने वाली माता तुलसी का पूजन करें।

कुछ यूजर क्रिसमस का बहिष्कार कर विदेशी संस्कृति को न स्वीकार करने की सलाह दे रहे हैं। उनका भी यही कहना है कि ये दिन सिर्फ तुलसी पूजन के रूप में मनाना चाहिए। इसे लेकर ट्विटर पर ‘पर्यावरण विरोधी क्रिसमस’ भी काफी ट्रेंड कर रहा है। कैप्शन में लोग लिख रहे हैं, ‘पेड़ बचाओ मानवता बचाओ’।

एक यूजर ने क्रिसमस के सैंटा को एनआरसी और सीएए से जोड़कर विरोध जताया है। एक यूजर ने फनी मीम्स शेयर करते हुए लिखा कि सैंटा इस बार इंडिया नहीं आएगा क्यूंकि उसके पास डॉक्यूमेंट नहीं है।

एक यूजर ने बॉलीवुड हस्तियों के क्रिसमस सेलिब्रेशन पर भी तंज कसने में कसर नहीं छोड़ी। उसने क्रिसमस को भारत में बैन करने की मांग भी की है। एक यूजर ने बॉलीवुड हस्तियों के क्रिसमस सेलिब्रेशन पर भी तंज कसने में कसर नहीं छोड़ी। उसने क्रिसमस को भारत में बैन करने की मांग भी की है।

Related Post

Hans foundation

मुख्यमंत्री राहत कोष में हंस फाउंडेशन ने दिए 11 करोड़

Posted by - September 12, 2022 0
देहारादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में हंस फाउण्डेशन (Hans Foundation) के संस्थापक माता मंगला…
sonia gandhi

लोकसभा चुनाव 2019: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष की सेहत पर रायबरेली में कोई असर नहीं

Posted by - April 30, 2019 0
रायबरेली।   कांग्रेस का गढ़  समझी जाने वाली रायबरेली  में इस बार कांटा मुकाबले का है  लेकिन  इससे कांग्रेस प्रत्याशी…