तुलसी (Tulsi) को विष्णुप्रिया कहा जाता ।जहाँ तुलसी के पौधे अत्यधिक मात्रा में होते हैं, वहाँ की हवा शुद्ध और पवित्र रहती है तुलसी के पत्ते में एक विशिष्ट तेल होता है जो कीटाणुयुक्त वायु को शुद्ध करता हैI सुबह खली पेट तुलसी का रस और पानी लिया जाय तो बल, तेज़ और स्मरणशक्ति में वृद्धि होती है।
आइये जानतें है तुलसी (Tulsi) के और फायदे :
– जिस व्यक्ति के मुँह से दुर्गन्ध आती है वह यदि थोड़े बहुत तुलसी के पत्ते रोज़ खाये तो उसकी दुर्गन्ध दूर हो जाती है।
– तुलसी शरीर की विधुत को बनाये रखती है तुसली की माला धारण करने वाले व्यक्ति को बहुत से रोगो के मुक्ति मिलती है।
– त्वचा, मांस और हड्डियों के रोग दूर करने में सफ़ेद तुलसी का सेवन फायदेमंद है।
– तुलसी की चाय पीने से ज्वर, आलस, सुस्ती और वात-पित्त विकार दूर होते है।
– ज्वर की परेशानी में तुलसी, कालीमिर्च एवं शहद का मिश्रण कर गोलियाँ बना कर १-१ ग्राम सुबह, दोपहर, शाम व रात्रि में लेने से फायदा होता है।
– प्रातः सायं तुलसी के रस और निम्बू का रस साथ मिला कर चेहरे पर लगाने से काले दाग दूर होते है और मुहासें भी खत्म होते है।
– मूर्छा होने पर तुलसी के रस में नमक डालकर नाक में बुँदे डालने से मूर्छा हटती है।
– तुलसी किडनी की कार्य शक्ति को बढ़ाती है, रक्त में स्थित कोलेस्ट्रॉल को नियमित करती है।
– हृदयरोग होने पर तुलसी कर सेवन फायदेमंद रहता है।