लखनऊ: आयुर्वेद में सभी प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल होता है, इससे कई जटिल बीमारियों का उपचार है। नीम ,तुलसी ,बबूल ,बड़ और बेर के इन सभी पत्तियों में बहुत से बीमारियों से लड़ने का रामबाड़ इलाज छुपा हुआ है।
नीम का पत्ता बेहद लाभकारी होता है। अगर आप सुबह खाली पेट नीम के 10-12 पत्तियों को पीसकर पीते हैं तो आपको कभी चर्मरोग नहीं होगा।
इसके अलावा, नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर सिर धोने से बाल (Hair) झड़ने की समस्या भी खत्म हो जाएगी।
जुओं की समस्या में भी नीम के पत्ते फायदेमंद होते हैं। नीम के पत्तों से पेट में होने वाले कीड़ों से भी छुटकारा मिलता है।
तुलसी के पत्ते की चाय पीने से सर्दी-खांसी में आराम मिलता है। अगर आप रोज सुबह तुलसी के पत्ते की चाय पीते हैं या फिर नियमित तौर पर तुलसी के पत्ते खाते हैं तो आपको कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
नीम और तुलसी की ही तरह बबूल की पत्तियां भी बेहद लाभकारी होती हैं। बबूल की पत्तियों को पानी में उबालकर कुल्ला करने से दांत व मसूड़े मजबूत होते हैं।
नीम की ही तरह बेर की पत्तियां भी बाल झड़ने की समस्या से निजात दिलाती हैं। बेर की पत्तियों व नीम की पत्तियों को बारीक पीसकर नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाने से बाल मजबूत होते हैं और बाल झड़ने की समस्या भी दूर होती है।