एआईएमटीसी ने एक बयान में कहा है कि महाराष्ट्र में 12 अप्रैल को महाराष्ट्र में कोविड19 संक्रमा की रोकथाम के लिए लागू सार्वजनिक पाबंदी के चालते हर दिन 315 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया गया था।
इसमें कहा गया है कि ताजा आकलन के अनुसार, परिवहन उद्योग को प्रतिदिन लगभग 1,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है, जो कि महामारी के कारण लगाये गये लॉकडाउन और प्रतिबंधों की तीव्रता और अवधि के साथ बढ़ रहा है।
इसने सरकार से अनुकूल कदम उठाने की मांग की, जैसे कि वाहनों के लिए लिए गए कर्ज की समान-मासिक किस्त (ईएमआई) की वसूली रोकने, कर और बीमा छूट पर छूट की मांग की है ताकि इस उद्योग पर आसन्न वित्तीय संकट से बचा जा सके।
बयान में कहा गया है कि दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और अन्य राज्यों ने भी गैर-जरूरी सामानों की आवाजाही पर सख्त प्रतिबंध लगाया है, जिसके परिणामस्वरूप वाहनों की मांग में लगभग 50 प्रतिशत की कमी आई है।
एआईएमटीसी ने कहा, ‘अगर हालात बिगड़ने पर लॉकडाऊन और प्रतिबंधों को कड़ा किया जाता है तो ह नुकसान और बढ़ेगा।