लखनऊ: सावन के पावन महीने की शुरुआत 14 जुलाई से हो गई है और ये सावन का महीना महादेव को अधिक प्रिये है। सावन का पहला सोमवार व्रत (Sawan) 18 जुलाई को है। सोमवार व्रत मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए उत्तम माना जाता है, जो लोग सालभर सोमवार व्रत रखना चाहते हैं। सावन सोमवार के दिन व्रत और शिव पूजा का संकल्प करते हुए व्रत रखते हैं। इस माह में विधि- विधान से भगवान शंकर की पूजा- अर्चना की जाती है। इस दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है।
पूजा में प्रयोग होने वाली सामग्री
पुष्प, पंच फल पंच मेवा, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें,तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, शिव व मां पार्वती की श्रृंगार की सामग्री आदि।
पूजा- विधि
सुबह जल्दी उठ जाएं और स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद साफ वस्त्र धारण करें।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें।
शिवलिंग में गंगा जल और दूध चढ़ाएं।
भगवान शिव को पुष्प अर्पित करें।
भगवान शिव को बेल पत्र अर्पित करें।
भगवान शिव की आरती करें और भोग भी लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
भगवान शिव का अधिक से अधिक ध्यान करें।
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