बनारस : कोरोना की तीसरी लहर से पहले वाराणसी के सरकारी अस्पतालों को ऑक्सिजन आपूर्ति के लिए आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। शहर से लेकर गांव तक जिले के 22 अस्पतालों में ऑक्सिजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। इनमें से दर्जनभर से अधिक अस्पतालों में ऑक्सिजन प्लांट लगाए जा चुके हैं, जबकि बाकी बचे अस्पतालों में प्लांट इन्स्टॉलेशन का काम जारी है।
जुलाई के अंत तक सभी अस्पतालों में इस काम को पूरा कर लिया जाएगा। वाराणसी के शहरी क्षेत्र में सबसे पहले पण्डित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल में शहर के उद्योगपति आर के चौधरी के सहयोग के ऑक्सिजन प्लांट लगाया गया। उसके बाद लालबहादुर शास्त्री अस्पताल रामनगर, ईएसआईसी अस्पताल, राजकीय आयुर्वेद अस्पताल, शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में प्लांट लगाने का काम पूरा किया गया।
वाराणसी के डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि वाराणसी में प्रस्तावित 31 ऑक्सिजन प्लांट को लगाने का काम जारी है। अलग-अलग कंपनियों से सीएसआर फंड से ये ऑक्सिजन प्लांट उपलब्ध कराए हैं। शहरी क्षेत्र के अस्पतालों की ऑक्सिजन सप्लाई की क्षमता इन प्लांट से बढ़ाई गई है। ग्रामीण क्षेत्रों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इन कामों को किया जा रहा है।
ऑक्सिजन को लेकर जिस तरह की परेशानियों का सामान कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को उठानी पड़ी, अब ऑक्सिजन प्लांट लग जाने के बाद संभावित तीसरी लहर में ऐसी परेशानी नहीं होगी। इसी के लिए युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर अस्पतालों में प्लांट लगाए जा रहे हैं।