नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर में आर्थिक तंगी से परेशान होकर एक शख्स ने खुद के साथ अपनी पत्नी और बेटे को भी कार में बैठाकर आग (Fire) लगा ली। इस दर्दनाक घटना में उसकी पत्नी और बेटा किसी तरह से बच गए लेकिन आग लगाने वाले शख्स की मौत हो गई। कारोबारी रामराज भट्ट की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। कोरोना महामारी की वजह से उनका बिजनेस काफी मंदा चल रहा था, जिससे वह परेशान थे। उनका 30 साल का बेटा नंदन इंजीनियर है लेकिन वह भी बेरोजगार है।
बीते मंगलवार दोपहर को वह अपनी पत्नी और बेटे को बाहर खाना खिलाने का कहकर वर्धा रोड ले गया। इसके बाद अचानक कार रोकी और एसिडिटी की दवा बताकर पत्नी-बेटे को जहर पीने के लिए दिया। उन दोनों के मना करने पर रामराज ने पेट्रोल छिड़की और कार को आग लगा दी।
इसके तुरंत बाद पत्नी और बेटा कार का दरवाजा खोलकर बाहर निकल गए और किसी तरह अपने ऊपर लगी आग को बुझाया। आस पास के लोगों ने दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया। इस बीच रामराज की कार के अंदर ही जलकर मौत हो गई। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट बरामद किया है। इसमें रामराज ने लिखा है कि वो आर्थिक तंगी से परेशान था और इस वजह से उसने ये कदम उठाया है।